संजय गुप्ता, INDORE. एमपी के चुनाव में अहम साबित होने वाले आदिवासी वोटों को अपनी ओर करने के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों की मशक्कत जारी है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 26 नवंबर को महू में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली पहुंच रही है। यहां एक बार फिर आदिवासी वर्ग को अपने साथ लाने के लिए राहुल गांधी फिर बीजेपी पर हमला बोलेंगे, इसके पहले खंडवा में टंट्या मामा की जन्स्थली पर भी वह यह कर चुके हैं। उधर बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा ने संविधान गौरव अभियान शुरू करने की घोषणा कर दी है। यह अभियान 26 नवंबर से पांच दिसंबर तक चलेगा।
मोर्चा के अध्यक्ष आर्य ने की अभियान की घोषणा
आज यानी 25 नवंबर को इंदौर आए बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के सार्वजनिक जीवन को समाप्त करने का प्रयास करने वाली कांग्रेस को उनके स्मारक पर जाने का कोई अधिकार नहीं है। मोर्चा द्वारा 26 नवंबर संविधान दिवस से 6 दिसंबर बाबासाहेब अंबेडकर के निर्वाण दिवस तक संविधान गौरव अभियान चलाया जाएगा जिसके अंतर्गत 29-30 नवंबर को देशभर के छात्रावासों में संपर्क अभियान चलाया जाएगा और 3-4 दिसंबर को अनुसूचित जाति के प्रभावशाली लोगों के बीच अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ता संपर्क करेंगे साथ ही संगोष्ठी कार्यक्रम रखे जाएंगे।
महू में कांग्रेस ने नहीं किया विकास
लालसिंह आर्य ने राहुल गांधी के महू जाने को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में 45 वर्ष कांग्रेस की सरकार रही लेकिन महू में डॉ. भीमराव अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक उन्होंने नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बनवाया और बीजेपी की केंद्र सरकार ने रेलवे स्टेशन का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा। कांग्रेस की देश के अधिकांश प्रदेशों में सरकार रही लेकिन उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े एक भी स्थान पर राष्ट्रीय स्मारक क्यों नहीं बनाएं। कांग्रेस की केंद्र सरकार के रहते डॉक्टर अंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान क्यों नहीं दिया गया? जबकि उन्होंने गरीबों वंचितों के सम्मान में समानता के लिए सकारात्मक संघर्ष किया था।