नवीन मोदी, GUNA. राघौगढ़ विजयपुर नगर पालिका के चुनाव नतीजे घोषित हो चुके हैं, इस चुनाव को लेकर राजधानी भोपाल समेत जिले में भी काफी चर्चा थी, क्योंकि इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जयवर्धन की साख दांव पर लगी हुई थी। दिग्विजय सिंह एवं जयवर्धन सिंह के गृहनगर में नगर पालिका का यह चुनाव दोनों की इमेज से जुड़ा हुआ था। यहां से कांग्रेस ने 24 में से 16 वार्ड जीतकर अपना कब्जा बरकरार रखा है। तो वहीं बीजेपी के 8 पार्षदों ने इस नगरपालिका में जीत दर्ज की है।
राघौ की नगरी में है कांग्रेस का दबदबा है
दरअसल, यहां के किले में राघौजी भगवन का मंदिर है जो सिंह परिवार के कुल देवता है, जो राजनीतिक गतिविधियां चलाई जाती हैं, उसमें उनका आशीर्वाद माना जाता है। इस चुनाव के पहले साल 2017 में कांग्रेस ने 20 और बीजेपी ने 4 सीटें जीती थी। जिसके बाद आज आए परिणाम में बीजेपी ने अपना प्रदर्शन सुधारते हुए इस बार 8 पार्षद पद अपने खाते में जोड़े हैं। राघौगढ़ के आईटीआई कॉलेज परिसर में लगभग 3 घंटे तक चली मतगणना के बाद सभी परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इसके साथ ही, राघौगढ़- विजयपुर नगरपालिका में कांग्रेस ने अपना दबदबा बनाए रखा है। बता दें कांग्रेस के गढ़ में इस बार मतदान प्रतिशत में 2 फीसदी का इजाफा हुआ है। 20 जनवरी को वोटिंग के दौरान 76 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने वोट डाले थे।
राघौगढ़ पर थी विशेष नजर
बता दें की इस नगर पालिका चुनाव में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ओर हितानन्द शर्मा ने कमान संभाली थी, जिसके परिणाम स्वरूप बीजेपी को पिछले चुनाव में मिली सीट से 4 सीट ज्यादा मिली है, कांग्रेस के पूर्व मंत्री व विधायक जयवर्धन सिंह ने 24 सीट जितने का वादा किया था,जिसे पंचायत मंत्री सिसोदिया न सफल नही होने दिया। उल्लेखनीय पहलू यह भी है कि यहां के चुनाव को लेकर दिग्विजय सिंह ने प्रत्यक्ष प्रचार फिर नहीं किया और वोटरों को संदेश पाती और वीडियो संदेश से ही वोट कांग्रेस के समर्थन में देने की बात कही थी। वही दूसरी ओर जयवर्धन सिंह ने किले में विराजे राघौ जी की नगरी में कांग्रेस की जीत का दावा किया था, चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह जो कि दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं ने गाना गाकर भी माहौल कांग्रेस के पक्ष में बनाया था।