REWA. सफेद शेरों के लिए मशहूर रीवा की पहचान देश ही नहीं दुनिया में भी खास है। वर्तमान में जहां भी सफेद शेर हैं, उन सबका डीएनए विंध्य और रीवा से जुड़ा हुआ है। इसी इलाके से पहला सफेद शेर मोहन के पकड़े जाने का दावा है। इस इलाके के जलप्रपात भी काफी सुंदर हैं। प्रदेश का एकमात्र सैनिक स्कूल भी इसी इलाके में है।
सियासी मिजाज
2003 से पहले तक रीवा विधानसभा कांग्रेस के अभेद किले से कम नहीं थी लेकिन 2003 में हुए चुनाव के बाद से यहां लगातार बीजेपी ही जीत दर्ज करती आ रही है। पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक राजेंद्र शुक्ल यहां से लगातार 5 वीं बार विधायक चुने गए। एक तरह से इसे अब बीजेपी का गढ़ कहा जा सकता है। 2003 के चुनाव के बाद से यहां कांग्रेस का लगभग सफाया ही हो चुका है। बीजेपी के पास राजेंद्र शुक्ल जैसा दमदार चेहरा है तो वहीं कांग्रेस के पास चेहरे की तलाश जारी है।
सियासी समीकरण
कांग्रेस के पास जहां कोई बड़ा चेहरा नहीं है तो वहीं बीजेपी यहां दो गुटों में बंटी नजर आती है... पहला गुट दिव्यराज सिंह समर्थक है और दूसरा गुट पूर्व मंत्री और विधायक राजेंद्र शुक्ल को सपोर्ट करता है जिसकी वजह से बीजेपी यहां थोड़ी कमजोर पड़ती नजर आ रही है। कांग्रेस में गुटबाजी तो नहीं है क्योंकि यहां कांग्रेस के पास चेहरे की ही तंगी है।
जातिगत समीकरण
रीवा जिले में कुल 8 विधानसभा सीट है। इन सभी सीटों पर वर्तमान में बीजेपी का कब्जा है। रीवा विधानसभा में ब्राह्मणों का खासा दखल है। रीवा में 59 प्रतिशत सामान्य वर्ग के मतदाता हैं...जिसमें 38 फीसदी ब्राह्मण, 10 फीसदी राजपूत और 11 फीसदी अन्य वर्ग के वोटर हैं तो वहीं 18 फीसदी आबादी ओबीसी, 11 फीसदी अजा, और 6 फीसदी अजजा मतादात है।
मुद्दे
इलाके में अच्छी शिक्षा, बिजली, पानी, खराब सड़कें यहां सबसे बड़ा मुद्दा है। इस इलाके में बेरोजगारी भी बड़ा मुद्दा है। रोजगार नहीं होने से लोग यहां से पलायन कर रहे हैं। विकास कार्यों की खराब गुणवत्ता और उसमें हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर भी इलाके में चर्चा है तो वहीं इलाके की खराब कानून व्यव्स्था और पीने का पानी लोगों को न मिल पाना भी इलाके की बड़ी समस्याओं में से एक है।
इन तमाम मुद्दों पर जब हमने राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदों से बात की तो वो क्या बोले आइए आपको बताते हैं
इसके अलावा द सूत्र ने इलाके के प्रबुद्धजनों, वरिष्ठ पत्रकारों और आमजनता से बात की तो कुछ सवाल निकलकर आए।
- इलाके में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, इसके लिए आपने क्या प्रयास किए?
इन सवालों के जवाब में विधायक राजेंद्र शुक्ल क्यो बोले आइए आपको सुनवाते हैं...
- यहां पहले डिस्पेंसरी थी उसे अपग्रेड कर अस्पताल बनवाया
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