देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर की महापौर शोभा सिकरवार दीनदयाल नगर वार्ड-18 में सफाई व्यवस्था का जायजा लेने पहुंच गईं। वहां लोगों ने उन्हें गंदगी दिखाई और बताया कि यहां तो ना कोई सफाई कर्मचारी आता है और ना कचरा कलेक्शन वाला। वहां के हालात देख और स्थानीय नागरिकों की शिकायतें सुनकर मेयर का पारा चढ़ गया। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलाकर जमकर क्लास ली।
बीजेपी की विकास यात्रा के जवाब में अघोषित जनसंपर्क अभियान
एक तरफ नगर प्रशासन और बीजेपी अपनी विकास यात्रा निकाल रही है। वहीं 57 साल बाद कांग्रेस की मेयर बनीं डॉ. शोभा सिकरवार ने इसके जवाब में अघोषित रूप से वार्डों में जनसंपर्क अभियान चला रखा है। इस दौरान वे सोमवार को दीन दयाल नगर पहुंचीं। इस दौरान इलाके में नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं होने और कचरा कलेक्शन वाहन नहीं आने से नाराज स्थानीय निवासियों ने महापौर से शिकायत की। लोगों ने वार्ड-18 की बीजेपी पार्षद रेखा त्रिपाठी पर आरोप भी लगाए। लोगों का कहना है कि वार्ड पार्षद से बार-बार शिकायत करने के बावजूद इलाके में नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं हो रही है।
मेयर ने मौके पर ही अफसरों को बुलाया
लोगों की नाराजगी और मौके पर गंदगी देखकर मेयर भड़क गईं और उन्होंने कॉल करके निगम के अधिकारियों को मौके पर ही बुलाया और उनकी जमकर क्लास लगाई। महापौर ने सबके सामने ही अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इलाके में नियमित रूप से साफ-सफाई की जाए और कचरा कलेक्शन वाहन भी भेजा जाए। उन्होंने 7 दिन का समय निगम अधिकारियों को दिया है और कहा कि अगर 7 दिन के अंदर सफाई व्यवस्था बेहतर नहीं होती है तो लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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तत्काल शुरू हुआ सफाई का काम
महापौर ने निगम अधिकारियों को फटकार लगाई और इसका असर भी देखने को मिला। आनन-फानन में सफाई कर्मचारियों और कचरा कलेक्शन वाहन को बुलाकर इलाके की साफ-सफाई शुरू की गई। महापौर ने कहा कि वे 7 दिन बाद फिर दोबारा निरीक्षण करके सफाई व्यवस्था का जायजा लेंगी और लापरवाह लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।