Jabalpur. जबलपुर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा नगर कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में की गई तोड़फोड़ के मामले में कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हमला बोला है। पहले कांग्रेस के सांसद विवेक तन्खा ने मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की तो उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए पुलिस की लचर कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए।
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ट्वीट के जरिए दिया यह संदेश
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए कहा कि ‘ आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की। इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्यवाही नहीं की।
मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या अब उनकी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने सभी लोकतांत्रिक तरीके छोड़ दिए हैं और जनता के बीच पूरी तरह से पैर उखड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी के ऊपर सीधा हमला करने का मन बना लिया है।
मुख्यमंत्री जी, अगर आपकी लोकतंत्र में जरा भी आस्था है तो तोड़फोड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें और यह भी सुनिश्चित करें कि मध्यप्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूं कि उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए।’
2 मई को जारी कांग्रेस घोषणा पत्र से विवाद
कर्नाटक चुनाव के लिए 2 मई को जारी कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में कहा गया है कि वो सभी संगठन, जो जाति और धर्म के आधार पर समुदायों में नफरत और दुश्मनी फैलाते हैं, उन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा। कांग्रेस के इस वादे से सियासत गरमा गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। कर्नाटक में बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने भी कांग्रेस के इस वादे को मुस्लिम वोटर्स की तुष्टिकरण की कोशिश बताया।
वहीं बजरंग दल ने कहा कि पूरे देश में कर्नाटक कांग्रेस के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दोनेरिया ने कहा कि कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया, उसमें बजरंग दल और पीएफआई को एक साथ दिखाया गया है। यह शर्मनाक है कि वे देश और समाज के भले के लिए काम करने वाले हमारे संगठन की आतंकी घटनाओं को प्रोत्साहित करने वाले संगठन से तुलना कर रहे हैं। वे मुस्लिम वोट पाने के लिए हम पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। उन्होंने हमेशा धर्म के नाम पर समाज को बांटा है।
मोदी ने बोला था कांग्रेस पर हमला
बजरंग दल पर बैन लगाने के कांग्रेस के वादे पर प्रधानमंत्री मोदी ने 2 मई को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'पहले कांग्रेस ने भगवान राम को ताले में बंद किया और अब वे जय बजरंग बली बोलने वालों को ताले में बंद करना चाहते हैं।' विजयंगारा जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि मैं भगवान हनुमान की धरती पर आया हूं और ये मेरा सौभाग्य है, लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि जब मैं इस धरती को सम्मान देने आया हू्ं, तभी कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह भगवान हनुमान को कैद करेगी। कांग्रेस को पहले श्रीराम से दिक्कत थी और अब उन्हें उन लोगों से भी दिक्कत है जो जय बजरंग बली बोलते हैं।