अंकुश मौर्य, BHOPAL. ग्लोबल इन्वेस्टर समिट और प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर कांग्रेस लगातार हमले कर रही है। कांग्रेस ने पिछली 5 इंवेस्टर समिट का हिसाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांगा है। वहीं अब इंदौर में एनआरआई इन्वेस्टर्स के अपमान के मुद्दे को कांग्रेस ने लपक लिया है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सीएम शिवराज पर जमकर हमला बोला। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जब 6 हजार मेहमानों की व्यवस्था नहीं थी तो फिर न्योता क्यों दिया था। एनआरआई के अपमान से प्रदेश की दुनियाभर में बेज्जती हुई है।
बीजेपी नेताओं की वजह से हुई अव्यवस्था
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सीएम शिवराज पर जनता को भरोसा नहीं है। अब बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का भी विश्वास उठ चुका है। यही वजह है कि वो अनुशासनहीन हो चुके हैं। यही वजह है कि इंदौर में एनआरआई साथियों का अपमान किया गया। बीजेपी के कार्यकर्ता अंदर बैठे रहे और एनआरआई को जगह नहीं मिली। गोविंद सिंह ने कहा कि सीएम शिवराज अपना चेहरा चमकाने के लिए इन्वेस्टर समिट करते हैं। पिछली 5 इन्वेस्टर समिट पर 11 हजार करोड़ खर्च किए गए और इन्वेस्टमेंट सिर्फ 8 हजार करोड़ रुपए का आया।
एमपी की विदेश में भी इमेज खराब हुई- कांग्रेस
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह ने विदेश में भी एमपी की इमेज खराब कर दी। विदेश से आने वाले अपमान कराके लौटे, ऐसे कैसे प्रदेश में इन्वेस्टमेंट आएगा। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हमने इन्वेस्टर समिट और एनआरआई सम्मेलन का स्वागत किया लेकिन जब कैपेसिटी नहीं थी तो 6 हजार लोगों को इन्वाइट क्यों किया। एनआरआई के लिए रिजर्व हॉल में बीजेपी के छुटभैया नेताओं ने कब्जा कर लिया। सीएम शिवराज विदेशों में रोड शो करते हैं, क्या वहां के व्यापारी कारोबारी सड़क पर रहते हैं।
माफी मांगने से काम नहीं चलेगा- सज्जन सिंह वर्मा
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सीएम शिवराज अडानी और अंबानी को सिर्फ खुदके महिमामंडन के लिए बुलाते है। वे दोनों एमपी में इन्वेस्ट नहीं करते, बस फोटो खिंचाने के लिए समिट में बुलाए जाते हैं। एनआरआई के अपमान के मामले में सीएम के माफी मांगने पर वर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान की उनके पार्षद भी नहीं सुन रहे। अब उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। माफी मांगने से काम नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री खुद डरे हुए थे कि हॉल भरेगा कि नहीं। इसलिए सबको न्योता दे आए थे, जब लोग आ गए तो व्यवस्था नहीं कर पाए।
ये खबर भी पढ़िए..
'वीडी शर्मा को दूर क्यों रखा'
मुख्यमंत्री बताएं कि वी.डी. शर्मा जो भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं, उन्हें भी इस सम्मेलन से दूर क्यों रखा गया? क्या ये बात भी झूठ है कि एनआरआई मेहमानों को बेइज्जत करने के पीछे भी कोई राजनीति है। जब सुरक्षा के तमाम प्रबंध थे, प्रधानमंत्री जैसी शख्सियत का इस समागम में आना तय था तो एनआरआई को बेइज्जत कर बीजेपी की भीड़ को अंदर कैसे जाने दिया गया? सत्ता और संगठन के बीच दरार दिखाई दे रही है, वहीं इस समिट को असफल करने का दुस्साहस था। मुख्यमंत्री द्वारा सार्वजनिक तौर पर माफी मांगना भी इस अपराध को साबित कर रहा है।