Bhopal. मध्यप्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी के हिंदू और हिंदुत्व के मुद्दे की काट के तौर पर पिछले चुनाव की तरह ही कांग्रेस अपना सॉफ्ट हिंदुत्व का रुख अख्तियार करेगी। भोपाल के गोविंदपुरा में हुई कांग्रेस की रैली से तो यही जाहिर हो रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस अपनी हर सभा में सनातन धर्म की बात करेगी। सॉफ्ट हिंदुत्व के कार्ड के तहत लोगों को असली और नकली राम के साथ-साथ असली और नकली हिंदू के अंतर भी बताए जाएंगे।
दिग्गजों ने दिए हिंदुत्व के एजेंडे पर भाषण
भोपाल में बीजेपी के अभेद्य किले के रूप में माने जाने वाले गोविंदपुरा में हुई सभा में कांग्रेस के नेताओं ने हिंदुत्व पर आधारित भाषण दिए। यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की सीट हुआ करती थी। यहां आयोजित कांग्रेस की रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, मुकेश नायक और सुरेश पचौरी ने सॉफ्ट हिंदुत्व पर आधारित भाषण दिए। पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व एजेंडे की कमान दिग्गज नेता मुकेश नायक को सौंपी गई है।
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कमलनाथ बोले- मैं हिंदू हूं, पर बेवकूफ नहीं
यहां आयोजित सभा में अपने भाषण के दौरान कमलनाथ ने मजदूर दिवस होने के नाते भेल श्रमशक्ति मंदिर को नमन करने की बात कही। वे बोले कि पहले यहां हजारों की तादाद में मजदूर थे, अब कुछ ही बचे हैं। कमलनाथ ने कहा कि इंदिरा गांधी ने जो कानून बनाए थे वे मजदूरों के सम्मान के लिए बनाए थे। चारों दिशाओं से आकर मजदूर यहां श्रम करते थे। इसके बाद कमलनाथ का भाषण हिंदुत्व पर बेस्ड हो गया। उन्होंने कहा कि हम सब अपनी संस्कृति का पालन करते हैं। मैं हिंदू हूं पर बेवकूफ नहीं हूं। अब मजदूरों को यह सोचना है कि खुद को बचाना है या बीजेपी को।
खाली पदों का भी उठाया मुद्दा
कमलनाथ बोले कि बाबा साहब का संविधान गलत हाथों में जा रहा है। आज मध्यप्रदेश खोखला हो गया है। हमें सर झुकाने की जरूरत नहीं है, जनता गवाह है कि हम बेरोजगारों को रोजगार देने की बात करते हैं। मैं तो सीएम शिवराज से बोलता हूं कि रिक्त पद ही भर दो। अब तो उन्होंने और भी मुंह चलाना शुरू कर दिया है। कमलनाथ ने ऐलान किया कि हमारी सरकार बनी तो मजदूर दिवस पर अवकाश घोषित करेंगे।
नेताओं के शक्ति प्रदर्शन से हुए नाराज
इधर कांग्रेस की परंपरा के अनुसार रैली में स्थानीय नेताओं ने काफी शक्ति प्रदर्शन किया। अपने-अपने नेता की नारेबाजी से मंच पर विराजमान नेता काफी झल्लाए। हालात तो यहां तक पहुंच गए कि कमलनाथ को मंच से ही बोलना पड़ा कि यही करने आए तो तुम्ही कर लो सब कार्यक्रम। यह कहकर उन्होंने अपना भाषण बीच में ही रोक दिया। उधर मंच पर मौजूद मुकेश नायक औश्र सुरेश पचौरी ने भी नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं पर नाराजगी जाहिर की।