Damoh. दमोह में नियमितीकरण की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने 12 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का विरोध प्रदर्शन बढ़़ता ही जा रहा है। सोमवार को इन कर्मचारियों ने संविदा को कचरा मानकर झाड़ू लगाई और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि लगातार सरकार उनकी मांग को अनसुना कर रही है। इसलिए उन्हें ऐसा लगता है कि सरकार इन संविदा कर्मचारियों को कचरा ही समझने लगी है इसलिए अब वह झाडू लगाकर संविदा जैसे कचरे को ही साफ करना चाहते हैं।
वैक्सीनेशन का काम होगा प्रभावित
कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वह अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। वहीं संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित होने लगी हैं। आज से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया गया है और इन संविदा कर्मचारियों की हड़ताल के कारण वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावित हो रहा है और इस बात को जिला टीकाकरण अधिकारी ने स्वयं ही माना है। डाक्टर रेक्सन एल्बर्ट ने कहा कि संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावित होगा इसमें कोई दो राय नहीं हैं।
मांग पूरी होने तक रहेंगे हड़ताल पर
हड़ताली संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कहा कि सरकार ने अपना वादा भुला दिया और संविदा कर्मचारियों को कचरे की तरह ही समझ लिया है। उन्हे जो वेतन मिलता है उससे परिवार का भरण पोषण करना काफी मुश्किल हो रहा है इसलिए अब आर पार की लड़ाई लड़ना ही जरूरी है। बता दें कि इन हड़ताली संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इसके पहले अपने खून से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। उसके बाद भैंस को सरकार मानकर उसके आगे बीन बजाई थी और उनका कहना था कि जिस तरह कहावत है कि भैंस के आगे बीन बजाने से कुछ नहीं होता इसलिए उन्होंने भैंस को ही सरकार मानकर बीन बजाई ताकि सरकार उनकी मांग पर गौर कर सके। पिछले 12 दिनों से यह कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे हैं।