GUNA. गुना में मकसूदनगढ़ के बौड़ना गांव में बारिश के बीच लोग खुले में अंतिम संस्कार करने को मजबूर हैं। चिता को पानी से बचाने के लिए टीन की चादर लगाकर अंतिम संस्कार करना पड़ा। बौड़ना की पूजा बाई का 26 साल की उम्र में बीमारी से निधन हो गया था लेकिन मुक्तिधाम नहीं होने से खुले में अंतिम संस्कार करना पड़ा। बौड़ना गांव में अब तक मुक्तिधाम नहीं बनाया गया है जिससे लोगों को अंतिम संस्कार करने में काफी परेशानी होती है। ये आलम सिर्फ बौड़ना गांव का ही नहीं है। कई ऐसे गांव हैं जहां पर मुक्तिधाम नहीं बनाए गए हैं जबकि पंचायत को राशि दी जा चुकी है।
गुना में मकसूदनगढ़ के बौड़ना गांव में बारिश में टीन की चादर के नीचे करना पड़ा अंतिम संस्कार। पंचायत को राशि मिली लेकिन अब तक नहीं बनाया गया मुक्तिधाम।@ChouhanShivraj @OfficeOfKNath @pcsharmainc @jitupatwari @NarendraSaluja @CollectorGuna @minprdd @Iamsisodia1 @Ramkhelawanbjp pic.twitter.com/Loj7IJ2EGi
— TheSootr (@TheSootr) August 15, 2022
ग्रामीणों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
मकसूदनगढ़ के कई गांवों में पंचायत को राशि मिलने के बाद भी मुक्तिधाम नहीं बनने से लोगों में आक्रोश है। जिला कलेक्टर भी सुविधा मुहैया नहीं कराने पर पंचायतों पर कोई एक्शन नहीं ले सके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि मुक्तिधाम, कुएं और तालाब के निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।