इंदौर (Indore) में 26 सितंबर को क्राइम ब्रांच और औषधि प्रशासन की टीम ने मेडिकल एजेंसियों पर छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई में टीम ने डुप्लीकेट महंगी दवाइयां (Medicines) जब्त की। दुकानदार इन दवाओं को फर्जी कंपनियों के नाम से कम कीमत पर बेच रहे थे। इंदौर के दवा मार्केट (Indore Medicine Market) में थोक दुकानदारों, छोटे दुकानदारों को 10 से 20 फीसदी कम रेट पर दवा उपलब्ध कराते हैं लेकिन कुछ समय से ग्राहक सीधे आकर कम कीमत पर दवाइयां खरीद रहे थे। इसकी जानकारी मिलने के बाद टीम ने छापामार कार्रवाई की।
गर्भधारण, महिलाओं से संबंधित दवाएं
ASP गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि '24 सितंबर से क्राइम ब्रांच (Crime Branch) व औषधि प्रशासन द्वारा संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है। सबसे पहले पूर्णिमा मेडिकल एजेंसी पर दवाइयों का ऐसा ही मामला पाया था जहां नॉन स्टैण्डर्ड दवाइयां मिली थी। इसी कड़ी में लगातार कार्रवाई चल रही है और अभी जारी रहेगी।' गौरतलब है कि गर्भधारण, संक्रमण रोकने तथा महिलाओं से संबंधित दवाइयां महंगी कीमत में मिलती है। इसी कारण इन दवाओं का फर्जी मार्केट पनपा।
छह हजार की दवा एक हजार से 1500 रुपए में
दुकानदार पांच से छह हजार कीमत की दवाओं को एक हजार से 1500 रुपए तक की कीमत में उपलब्ध करा रहे थे। जब टीम ने इन दवाओं की जांच की तो पाया गया कि जिन नामों से इन दवाओं को बेचा जा रहा है, उस नाम की कंपनियां मार्केट में ही नहीं है। टीम को छापेमारी में PECAF-AZ, MOXIME-AZLB, GEFIX-AZLB, FINOZAX-LB TABLETS नाम से अमानक दवाएं मिली है।