अरुण तिवारी, BHOPAL. मध्यप्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होंगे। 6 मई को पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ दीपक जोशी को सदस्यता दिलाएंगे। कांग्रेस के बड़े नेताओं से दीपक जोशी की बात हुई है। पूर्व मंत्री दीपक जोशी का कहना है कि वे पिता की विरासत के लिए कुछ भी कर सकते हैं। दीपक जोशी 3 बार बीजेपी से विधायक रहे हैं।
दीपक जोशी बोले- 'जो सहयोग देगा, उसके साथ जाऊंगा'
दीपक जोशी का कहना है कि मैं ईमानदारी की राजनीति करता रहा हूं, मैं अपने पिता की राजनीति को आगे बढ़ा रहा हूं। आज मेरी विधानसभा में घोटाले हो रहे हैं, उसके लिए प्रधानमंत्री तक को चिट्ठी लिखना पड़ रही है, उसके बाद कोई ढंग की कार्रवाई नहीं होती है। जनसंघ जमाने के कार्यकर्ता का मकान तोड़ने के लिए जेसीबी पहुंच जाती है उसे रोकने के लिए मुझे जेसीबी के आगे बैठना पड़ता है। कोई सुनना नहीं चाहता है। मैं कार्यकर्ता की लड़ाई लड़ूगा, लेकिन अकेले लड़कर थक रहा हूं। मुझे सहयोग चाहिए। जो सहयोग देगा उसके साथ जाऊंगा। चुनाव की राजनीति में मुझे कोई इंटरेस्ट नहीं है। न मैं किसी से टिकट मांग रहा हूं, लेकिन कार्यकर्ताओं के लिए और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा।
छत्तीसगढ़ के बाद मध्यप्रदेश में भी बीजेपी को झटका
छत्तीसगढ़ के बाद मध्यप्रदेश में भी बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। छत्तीसगढ़ बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रहे नंद कुमार साय ने 30 अप्रैल को पार्टी छोड़ दी थी। वहीं 1 मई को ही कांग्रेस में शामिल हो गए। चुनावी साल में छत्तीसगढ़ के कद्दावर आदिवासी नेता के बीजेपी छोड़ने और कांग्रेस जॉइन करने के बाद से प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान आए हैं। अरुण साव ने नंद कुमार साय के पार्टी छोड़ने पर चिंता जताई तो डॉ. रमन सिंह ने बधाई दी। वहीं, विष्णु देव साय ने कहा कि बीजेपी के दरवाजे उनके लिए खुले हुए हैं। नंद कुमार साय के बीजेपी से जाने से पार्टी को कितना नुकसान होगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
बीजेपी में उपेक्षा का शिकार हो रहे थे दीपक जोशी
2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कमलनाथ सरकार गिर गई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से इस्तीफा देने वालों में हाटपिपल्या से दीपक जोशी को हराकर विधायक बने मनोज चौधरी भी शामिल हो थे। उपचुनाव में बीजेपी ने मनोज चौधरी को टिकट दिया और वे जीतकर विधायक बन गए। इसके बाद से दीपक जोशी उपेक्षित महसूस कर रहे थे।
उपचुनाव में वोट डालने के बाद छलका था दर्द
हाटपिपलिया में उपचुनाव के दौरान दीपक जोशी ने जब मतदान किया था, उसके बाद उनका दर्द छलका था। दीपक जोशी ने कहा था कि हमेशा मैंने अपने लिए मतदान किया है, लेकिन अबकी बार किसी और के लिए वोटिंग की है।
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'बीजेपी के साथ, लेकिन थोड़ा-सा जरूर लगता है'
दीपक जोशी ने कहा था कि पहले कमल के फूल के आगे दीपक जोशी नाम लिखा हुआ रहता था, अब कमल का बटन कॉमन है। उसके आगे किसी भी व्यक्ति का नाम लिखा हो, दीपक जोशी की उंगली कमल के बटन पर ही जाएगी, लेकिन थोड़ा-सा जरूर लगता है कि पहले मेरा नाम था अब मनोज चौधरी का नाम है।