ग्वालियर में प्रतिवादी बोले, स्टेटस रिपोर्ट पढ़कर लग रहा सिंधिया ने बैठकर बनवाई, पुलिस ने लिखा- मानहानि जैसा प्रतीत नहीं होता

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BP Shrivastava
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ग्वालियर में प्रतिवादी बोले, स्टेटस रिपोर्ट पढ़कर लग रहा सिंधिया ने बैठकर बनवाई, पुलिस ने लिखा- मानहानि जैसा प्रतीत नहीं होता

जितेंद्र सिंह, GWALIOR. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर टिप्पणी मामले में ग्वालियर जिला एवं सत्र न्यायालय में इंदरगंज थाना पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। स्टेटस रिपोर्ट में पुलिस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनके दो समर्थक मंत्रियों के ट्विटर एकाउंट से पोस्ट होने की बात स्वीकार की है, लेकिन पुलिस स्टेटस रिपोर्ट में पोस्ट से भावनाएं आहत ना होने की बात लिखकर स्वयं सवालों के घेरे में आ गई है। प्रतिवादी का आरोप है कि पुलिस को निर्णय सुनाने का अधिकार नहीं है। स्टेटस रिपोर्ट पढ़कर लगता है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्वयं बैठकर रिपोर्ट तैयार करवाई है। 



वादी करेंगे स्टेटस रिपोर्ट का विरोध 



कोर्ट के आदेश पर इंदरगंज थाना पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट तो पेश कर दी, लेकिन न्यायाधीश के अवकाश पर होने चलते उस पर बहस नहीं हो पाई। वादी ने बताया कि पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट में पोस्ट होने की बात तो स्वीकार की है, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट में लिखा है कि इससे संबंधित व्यक्ति की मानहानि होती है ऐसा प्रतीत नहीं होता है। वहीं, प्रतिवादी ने आरोप लगाया कि पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट पढ़कर ऐसा प्रतीत होता है जैसे केंद्रीयमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मंत्री तुलसी सिलावट एवं महेंद्र सिंह सिसोदिया ने खुद थाने में बैठकर रिपोर्ट बनवाई है। मामले में अगली नियत तिथि 02 जून को प्रतिवादी द्वारा स्टेटस रिपोर्ट का विरोध किया जाएगा।



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स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने का अंतिम अवसर



केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मंत्री तुलसी सिलावट और मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को ट्वीट कर देशद्रोही बताया गया था। कांग्रेस लीगल सेल के संभागीय अध्यक्ष एडवोकेट नितिन शर्मा ने कोर्ट में इसके खिलाफ परिवाद दायर किया था। कोर्ट में बीती 8 मई को थाना प्रभारी इंदरगंज को स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने निर्देश के दिए थे। लेकिन उस दिन कोर्ट में पुलिस ने रिपोर्ट पेश करने के लिए और समय मांगा। इसके बाद कोर्ट ने पुलिस के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि हाईप्रोफाइल मामले में स्टेटस रिपोर्ट में देरी बड़ी लापरवाही है।



यह है पूरा मामला



21 अप्रैल को उज्जैन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिग्विजय सिंह ने सिंधिया के लिए कहा था कि ‘‘हे महाकाल... कांग्रेस में अब कोई दूसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया पैदा मत करना।’’ जवाब में सिंधिया ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर जवाब में लिखा था कि ‘‘हे प्रभु महाकाल... दिग्विजय सिंह जैसा देश विरोधी भारत में पैदा ना हो।’’ 21 अप्रैल को ही तुलसी सिलावट ने भी एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘‘हे महाकाल, ब्रह्मांड में दिग्गी राजा जैसा तत्व सूक्ष्म रूप में भी कहीं जन्म ना ले। धर्म, समाज, देश, मनुष्यता की रक्षा करो हे राजाधिराज।’’ वहीं, मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा था- ‘‘हे तीनों लोकों के स्वामी महाकाल प्रभु... दिग्विजय सिंह जी जैसे व्यक्ति को जिसने कांग्रेस का पूरा बंटाधार कर दिया, मध्यप्रदेश का बंटाधार कर दिया, महाकाल प्रभु से कामना है कि दिग्विजय सिंह को अगले जन्म में पाकिस्तान में पैदा करना।’’ इन सभी बयानों के खिलाफ कांग्रेस लीगल सेल के संभागीय उपाध्यक्ष एडवोकेट नितिन शर्मा ने ग्वालियर जिला एवं सत्र न्यायालय में सिंधिया समेत दोनों मंत्रियों के खिलाफ परिवाद दायर किया है।


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