पन्ना में 108 एंबुलेंस का डीजल खत्म हुआ, सुनसान सड़क किनारे टोर्च की रोशनी में डिलीवरी, मां बेटी सुरक्षित

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Vivek Sharma
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पन्ना में 108 एंबुलेंस का डीजल खत्म हुआ, सुनसान सड़क किनारे टोर्च की रोशनी में डिलीवरी, मां बेटी सुरक्षित

अरुण सिंह, PANNA. एक ओर मप्र सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है। हालात ऐसे हैं कि आज भी कई इलाकों में बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंच पाई हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में मप्र की स्थिति आज भी दयनीय है। कुपोषण व शिशु तथा मातृ मृत्यु दर के मामले में अग्रणी मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्वास्थ्य सेवाएं भी भगवान भरोसे है। शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन में भी जानलेवा लापरवाही देखने को मिलती है। ताजा मामला 108 एंबुलेंस से जुड़ा है जहां डीजल खत्म हो जाने के कारण सुनसान सड़क के किनारे रात के समय टार्च की रोशनी में प्रसव पीड़ित महिला की डिलीवरी की कराई गई।



सोशल मीडिया में वायरल हो रहा



बेहद परेशान करने वाला यह शर्मनाक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिससे हर कोई हैरान है। वीडियो में एक महिला की डिलीवरी आशा कार्यकर्ता और महिला की परिजनों द्वारा सड़क किनारे टॉर्च की रोशनी में करवाई जा रही है। मामला पन्ना जिले के शाहनगर क्षेत्र के बनौली गांव का बताया जा रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि रेशमा आदिवासी ग्राम बनौली को 28 अक्टूबर 2022 की शाम प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों द्वारा 108 एंबुलेंस इमरजेंसी सुविधा के लिए फोन किया गया था। एंबुलेंस गांव पहुंची और महिला को लेकर शाहनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना हुई लेकिन यह एंबुलेंस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने से पहले ही डीजल खत्म होने की वजह से रात के अंधेरे में सुनसान सड़क में खड़ी हो गई। महिला का दर्द बढ़ता ही जा रहा था और प्रसव का समय भी नजदीक आ रहा था। 



मां-बेटी दोनों सुरक्षित



कुछ ही देर में महिला ने सड़क किनारे ही टॉर्च की रोशनी में बच्चे को जन्म दिया। जाहिर है कि अचानक सड़क किनारे सुनसान जगह पर जहां डिलीवरी हुई, वहां जरूरी व्यवस्था और कोई सुविधा नहीं थी। यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरान हैं कि पन्ना जिले के लोगों को ऐसे दिन भी देखने पड़ रहें हैं। लोग इस घटना को बेहद दर्दनाक और शर्मनाक बता रहे हैं। महिला के परिजनों ने बताया कि डिलेवरी के बाद हमने प्राइवेट गाड़ी मंगवाई। दोनों को अस्पताल लेकर गए। फिलहाल, दोनों अस्पताल में भर्ती हैं। मां-बेटी दोनों सुरक्षित हैं। मामले में 24 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी मामले में जब CMHO वी.एस उपाध्याय से जब पूछा गया तो उनका कहना है कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि, उन्होंने जांच कराने की बात कही है।


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