Damoh. दमोह में हुए धर्मातरण मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के विरोध में आज बजरंग दल , विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया और पुतला जलाया। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दमोह कलेक्टर और एसपी को हटाने की मांग मुख्यमंत्री से करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा। बजरंग दल जिला संयोजक शंभू विश्वकर्मा ने कहा कि धर्मांतरण से जुड़े मामले में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है, लेकिन पुलिस ने अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। इन आरोपियों को पुलिस व प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है। इसके पहले भी संगठन के द्वारा ज्ञापन दिया गया और एक बार फिर उनके द्वारा ज्ञापन देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है । यदि इसके बाद भी सुनवाई नहीं होती तो उन्हें उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
धर्मातरण मामले में आरोपी बनाए गए अजय लाल को मिली हाई कोर्ट से जमानत धर्मातरण के दो मामलों में अलग - अलग एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें एक मामले में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के द्वारा मिड इंडिया क्रिश्चियन सर्विसेस के 10 लोगों के खिलाफ देहात थाने में एफआईआर दर्ज कराई की थी । उसमें सदस्य के रूप में आधारशिला संस्थान के संचालक डॉ . अजय लाल का नाम भी शामिल था। हालांकि अगले दिन उन्होंने पुलिस के सामने सबूत प्रस्तुत कर बताया था कि संबंधित संस्था से वह काफी समय पहले अपना इस्तीफा दे चुके हैं और संस्था से उनका कोई संबंध नहीं है इसलिए उनके खिलाफ की गई रिपोर्ट खारिज की जाए। इसी मामले में उन्होंने दमोह जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी जो खारिज हो गई थी और आज उन्हें हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है।
दूसरे मामले में दलित समाज की एक महिला ने अपने पति के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर 8 लोगों पर जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं चर्च पास्टर पर नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटना भी हुई थी। पुलिस ने आठ नामजद आरोपियों पर एफआईआर कर दी है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी अभी भी नहीं हो पाई इसीको लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया गया।