अजय छाबरिया, BHOPAL. भोपाल शिक्षक भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थिओं ने गुरुवार (18 मई ) को भोपाल में विभिन्न मांगों को लेकर पॉलिटेक्निक चौराहे पर प्रदर्शन किया। साथ ही सरकर के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के प्रतिनिधि मंडल को पुलिस स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह के बंगले ले गई। जहां प्रतिनिधि मंडल ने मंत्री अनुपस्थिति में विभाग के सचिव को मांग पत्र सौंपा। बाकी शिक्षक भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को रविंद्र भवन के पास रोक दिया गया।
शिक्षक वर्ग 1 के अभ्यर्थियों के हजारों पद खाली
पिछले पांच वर्षों में शिक्षक वर्ग-1 के पदों पर बड़ी धीमी गति से भर्ती की जा रही है। संस्कृत, इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र , कैमिस्ट्री, बायोलॉजी, कॉमर्स पढ़ाने वाले शिक्षकों के हजारों पद खाली हैं। जिन पर भर्ती नहीं की जा रही है। इसके साथ ही 6530 पदों पर चयन सूची जल्दी से जारी की जाए।
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शिक्षक वर्ग-2 के 2237 पदों पर चयन सूची जारी की जाए
अभ्यर्थिओं ने माध्यमिक शिक्षक भर्ती के उपेक्षित विषयों हिंदी, विज्ञान, संस्कृत आदि के पदों में वृद्धि की मांग की।। साथ ही माध्यमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत आने वाले सभी वर्गों के 2237 पदों पर चयन सूची जारी की जाए।
5501 स्कूलों में शिक्षक नहीं
शिक्षक वर्ग 3 केअभ्यर्थिओं की लम्बे से समय से एक ही मांग है। वर्ष 2018 में हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा के आधार पर 51 हजार पदों पर भर्ती की जाए और पुन: भर्ती परीक्षा नहीं करवाई जाए। जो शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 में उत्तीर्ण हुए हैं उनको न्याय मिल सके। अभी वर्तमान में 5501 स्कूल ऐसे हैं जिनमें कोई शिक्षक ही नहीं है। इतना ही नहीं 10340 स्कूल तो ऐसे हैं जो सिर्फ एक-एक टीचर के भरोसे हैं। ऐसे में शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल चौपट हो गई है।
ये हैं प्रमुख मांगें
- ओबीसी वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण को शीघ्र निराकरण कर भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण किया जाए।