शहडोल. रजिस्ट्री की कॉपी देने के बदले शहडोल में पदस्थ उपपंजीयक जय सिंह सिकरवार ने रिश्वत मांगी। ईओडब्ल्यू रीवा ने आरोपी अधिकारी को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए 5 अप्रैल को रंगेहाथ पकड़ा है। अपने अधीनस्थ कर्मचारी दिवाकर द्विवेदी के माध्यम से उप पंजीयक ने रिश्वत ली।
आरोपी रंगे हाथ पकड़ा गया
ईओडब्ल्यू टीम के निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि राजेश मिश्रा ने शिकायत की थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि उप पंजीयक रजिस्ट्री की कॉपी के बदले एक लाख रुपए रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत की पुष्टि कर अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद उपपंजीयक कार्यालय में घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया।
वैधानिक कार्रवाई होगी
नोटों की गिनती करने के बाद वैधानिक प्रक्रिया से पुष्टि कराई गई। उपपंजीयक के अधीनस्थ कर्मचारी दिवाकर द्विवेदी के हाथ से पैसा जब्त किए। जिस रजिस्ट्री के बदले रिश्वत ली जा रही थी, उनके दस्तावेज उप पंजीयक के पास से जब्त किए गए। यह प्रमाणित हो गया है कि उपपंजीयक रिश्वत ले रहे थे। अब आगे की जांच चलेगी और वैधानिक कार्रवाई होगी। उपनिरीक्षक ने बताया कि 100 रजिस्ट्री की कॉपी के बदले एक लाख रिश्वत ली गई थी। यह कार्रवाई शहडोल के सोहागपुर तहसील परिसर में स्थिति पंजीयक कार्यालय में की गई।
आरोपी दो कार्यालयों का प्रभारी है
घूस लेते पकड़े गए उप पंजीयक जय सिंह शहर यातायात थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार के पति हैं। इनके खिलाफ लगातार शिकायतें हो रही थी। लेकिन राजनीतिक संरक्षण और जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते बच रहे थे। जय सिंह के पास इस समय दो कार्यालयों जयसिंहनगर और सोहागपुर का प्रभार था। कार्यकाल में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थी।