BHOPAL. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और छिंदवाड़ा जिले से संदिग्ध आतंकी संगठन सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस अलर्ट हो गई है। दरअसल, डीजीपी सुधीर सक्सेना ने मध्य प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिलों में किरायदारों का वेरिफिकेशन कराएं। अब ऐसे मकान मालिकों की खैर नहीं होगी जो अपने यहां रहने वाले किरायदारों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराते हैं। इसके पासपोर्ट के मामलों की पड़ताल करने के लिए भी निर्देश दिया है। बता दें यह फैसला हिज्ब उत-तहरीर से जुड़े हुए संदिग्ध आतंकवादियों के पासपोर्ट बनने के बाद लिया गया है।
इस फार्मेट से कराएं पुलिस में वेरिफिकेशन
मकान में रखने से पहले किराएदार का वेरीफिकेशन जरूर कराएं। पुलिस जल्द ही इसके लिए एक फार्मेट जारी करेगी। जानकारी के अनुसार इसमें किराएदार का नाम, उसका व्यवसाय, फोन नंबर, परिवार के सदस्यों के नाम, स्थाई पता, पहचान के लिए पासपोर्ट, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन, आधार या सरकारी पहचान पत्र में से कोई एक की फोटो कॉपी थाने को देनी होगी। सत्यापन के बाद एक रसीद थाने से दी जाएगी।
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धरपकड़ के बाद पुलिस हुई अलर्ट
मप्र में बीते दिनों एटीएस की टीम ने राजधानी भोपाल और छिंदवाड़ा में छापा मारकर 11 संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा था। पकड़े गए संदिग्ध आतंकी हिज्ब उत-तहरीर संगठन से जुड़े थे। इसके पास से संदिग्ध दस्तावेज और देश विरोधी साम्रगी जब्त की थी। इसके अलावा हैदराबाद से भी 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद सभी संदिग्ध आतंकियों को एटीएस ने भोपाल कोर्ट में पेश किया था। एटीएस ने इन सभी की रिमांड मांगी। जिसे कोर्ट ने मंजूर करते हुए 19 मई तक सभी आरोपियों को एटीएस को पूछताछ के लिए सौंपा है।
इस्लाम अपनाने के बाद की हिंदू लड़कियों से शादी
एटीएस की पूछताछ में आतंकियों ने जो खुलासे किए हैं वह बड़े ही चौंकाने वाले हैं। हिज्ब उत-तहरीर के गिरफ्तार 16 में से 8 सदस्य हिंदू से मुस्लिम बने थे। राजधानी भोपाल से 10 में से 5 युवकों ने इस्लाम कबूला था। भोपाल से गिरफ्तार एचयूटी के सदस्यों में से तीन मुस्लिम युवकों ने हिंदू लड़कियों से शादी कर उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने पर मजबूर किया था।
किराएदार का वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य
बिना पुलिस वेरिफिकेशन कराए किसी भी अनजान चेहरे को किराए पर मकान देना आपको मुसीबत में डाल सकता है। मकान मालिक जो अपने किराएदार का सत्यापन थाने से नहीं कराते हैं, गलत कर रहे हैं। अगर किराएदार किसी आपराधिक मामले में शामिल पाए जाते हैं, तो मकान मालिक पर धारा 188 के तहत और आपराधिक षड्यंत्र करने की प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है। लॉकडाउन के बाद किराएदारों का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य हो जाएगा।