BHOPAL. बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के खिलाफ मानहानि का केस दायर करने की तैयारी है। नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के दावों को चुनौती दी थी। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा में लोगों की समस्याएं सुनने और उसका समाधान करने का दावा किया जाता है। इन दावों को नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने चुनौती दी थी। नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन के पदाधिकारी श्याम मानव ने एक इंटरव्यू में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के ऊपर कई आरोप लगाए थे। उनके कृत्य को आपराधिक प्रवृति का बताया था।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की अधिवक्ता रश्मि पाठक ने क्या कहा
अधिवक्ता रश्मि पाठक ने बताया कि नागपुर में श्याम मानव ने एक इंटरव्यू दिया था। उन्होंने उसमें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर कई आरोप लगाए थे और उनके कृत्य को आपराधिक प्रवृति का बताया था। श्याम मानव ने खुद की प्रसिद्धि के लिए धीरेंद्र शास्त्री का इस्तेमाल किया है। श्याम मानव सेक्सोलॉजी, हिप्नोटाइज जैसे पेड कोर्स चलाते हैं। इन कोर्स की मार्केटिंग के लिए उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर आरोप लगाए हैं। वकील रश्मि पाठक के मुताबिक, केस 24 जनवरी को फाइल किया जा सकता है।
धीरेंद्र शास्त्री के दावों पर विवाद
पंडित धीरेंद्र के समर्थक दावा करते हैं कि बागेश्वर धाम सरकार इंसान को देखते ही उसकी हर तरह की परेशानी जान लेते हैं और उसका समाधान करते हैं। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि वे लोगों की अर्जियां भगवान (बालाजी हनुमान) तक पहुंचाने का सिर्फ जरिया हैं जिन्हें भगवान सुनकर समाधान करते हैं। इन्हीं दावों को नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने चुनौती दी थी। इसके बाद विवाद की शुरुआत हुई थी।
चुनौती पर धीरेंद्र शास्त्री ने क्या कहा था
नागपुर में कथा के दौरान अपने चमत्कारी दरबार को चुनौती दिए जाने पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण महाराज ने पलटवार किया था। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का नागपुर में विरोध हुआ था जिस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि ये धर्म विरोधी लोग हैं। हाथी चले बाजार कुत्ता भौंके हजार ऐसी कहानी है। जब हम नागपुर में 7 दिन तक कथा करते रहे और दिव्य चमत्कारी दरबार लगाया तब उनमें से किसी ने कोई विरोध नहीं किया। हमारा दरबार अभी भी सभी जगह लग रहा है। हमको किसी को प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं है।
30 लाख रुपए का था चैलेंज
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हर राज्य में भागवत कथा के साथ अपना दिव्य चमत्कारी दरबार लगाते हैं, ऐसी ही भागवत कथा का आयोजन नागपुर में भी होना तय था, जो कि बगैर दिव्य चमत्कारी दरबार लगाए दो दिन पहले यानी 11 जनवरी को ही पूरा हो गया। जिसके बाद अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने बागेश्वर धाम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। समिति ने आरोप लगाए कि बगैर दिव्य चमत्कारी दरबार लगाए नागपुर से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भाग गए। हमने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चैलेंज दिया था कि आप हम लोगों के बीच दिव्य चमत्कारी दरबार लगाइए ऑन कैमरे और सत्य बता देंगे तो 30 लाख रुपए उन्हें भेंट स्वरूप राशि दी जाएगी।
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मंत्री हरदीप सिंह डंग ने किया था धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन
बालाघाट में मंत्री हरदीप सिंह डंग ने बहुचर्चित बागेश्वर धाम के पीठाधीश बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का समर्थन करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि ऐसे संत हमारे भारत की भूमि पर है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जो सनातन धर्म के लिए खड़े रहते हैं, वे भारत की भूमि पर हैं। भारत भूमि संतों और ऋषियों का धाम रही है। बागेश्वर धाम बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के इष्टदेव हनुमान जी है जिनके माध्यम से वे लोगों की समस्याएं और परेशानियों को दूर करते हैं।
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