रेलवे में डिस्प्ले बोर्ड घोटाला: बिना प्रशासनिक मंजूरी के लगवाए 2.26 करोड़ रू के LED डिस्प्ले बोर्ड

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रेलवे में डिस्प्ले बोर्ड घोटाला: बिना प्रशासनिक मंजूरी के लगवाए 2.26 करोड़ रू के LED डिस्प्ले बोर्ड

रेलवे का डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड का मामला विवादों में हैं। इसकी खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। आरोपों का खुलासा रेलवे के फाइनेंस डिपार्टमेंट की जांच में हुआ है। पश्चिम मध्य रेलवे के एडीआएम गौरव सिंह आरोपों के घेरे में हैं। आरोप है कि साल 2018 में गौरव सिंह जब सिग्नल एंड टेलिकॉम ब्रांच में सीनियर डीएसटीई के पद पर थे, उस वक्त उन्होंने भोपाल और इटारसी रेलवे स्टेशन पर डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाने के लिए टेंडर जारी करवाया था। दोनों डिस्प्ले बोर्ड का टेंडर हरियाणा की एडवांस हाईटेक नाम की कंपनी को मिला। टेंडर की कीमत करीब 2 करोड़ 53 हजार रु. थी। कंपनी ने पिछले साल ही ये डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगा दिए लेकिन तब से लेकर अब तक ये बोर्ड शुरू ही नहीं हो सके।

द सूत्र ने जाना गौरव सिंह का पक्ष

रेलवे के फायनेंस डिपार्टमेंट ने इस टेंडर पर आपत्ति दर्ज की है। रेलवे के मुख्य वित्तीय सलाहकार ने 3 मार्च 2021 को एक पत्र लिखा और चीफ कमर्शियल मैनेजर से पूछा कि बगैर प्रशासनिक अनुमति के सवा दो करोड़ का टेंडर कैसे जारी हो गया। मुख्य वित्तीय सलाहकार ने ये भी कहा है कि इस मामले में दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जब टेंडर जारी हुआ था तब तत्कालीन सीनियर टीएसटीई गौरव सिंह थे। द सूत्र ने उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि फाइनेंस विभाग ने जो जांच की है उसमें उनके नाम का कहीं जिक्र नहीं है।

रेलवे के अधिकारियों ने द सूत्र से साधा संपर्क

फाइनेंस विभाग ने साफ लिखा है कि जिस सिग्नल एंड टेलिकॉम ब्रांच के अधिकारियों की तरफ से बगैर प्रशासकीय अनुमति के टेंडर जारी हुआ उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। गौरव सिंह टेंडर जारी करने की प्रक्रिया का हिस्सा थे। टेंडर जारी करने की प्रक्रिया वाला जो दस्तावेज है उसमें गौरव सिंह के दस्तख्त हैं। एडीआरएम गौरव सिंह से बातचीत के बाद रेलवे के अधिकारियों ने द सूत्र से संपर्क साधा और इस पूरे मामले को दबाने के लिए दबाव भी बनाया।

द सूत्र के पास है रिपोर्ट

द सूत्र के पास रेलवे के मुख्य वित्तीय सलाहकार की रिपोर्ट है जिसमें उन्होंने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए लिखा है। मामला जांच के दायरे में है और इधर दो करोड़ रु. के डिस्प्ले बोर्ड स्टेशन पर खड़े मौसम की मार झेल रहे हैं और यात्रियों को इससे कोई फायदा नहीं मिल रहा।

ऐसे चली प्रक्रिया

(A) 8 अगस्त 2018 को डिस्प्ले बोर्ड के लिए टेंडर निकाला गया था।(B)14 नवंबर 2018 को हरियाणा के झज्जर की कंपनी एडवांस हाईटेक को लेटर ऑफ एसेप्टेंस (एलओए) जारी कर दिया गया।(C) टेंडर 2 करोड़ 33 लाख रुपए का था, जिसे एडवांस हाईटेक को 3 फीसदी कम करीब 2 करोड़ 26 लाख रुपए में दिया गया। (D) एडवांस हाईटेक कंपनी को इटारसी और भोपाल स्टेशन की बाहरी दीवार पर 10 लाइन कलर आउटडोर एलईडी डिस्प्ले बोर्ड लगाए।

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