संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी के राष्ट्रीय महसाचिव कैलाश विजयवर्गीय के महिलाओं के पहनावे पर दिए गए शूर्पनखा वाले बयान को लेकर राजनीति गर्म है। कोई विरोध कर पुतला जला रहा है तो कोई समर्थन कर रहा है। अब ताजा बयान कांग्रेस विधायक और पूर्व सीएम दिग्विजिय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह का आया है। उन्होंने कहा है कि कैलाश जी वक्तव्य शूर्पनखा वाला सुना। कुछ मायनों में सही है, इंदौर अहिल्या देवी की संस्कार वाली नगरी है, पहनों पर ध्यान तो रखना चाहिए। लेकिन कैलाश भाई आप इंदौर के बेताज बादशाह हो, फिर यह कैसे हो रहा है?
पहले अपने गिरेबां में झांककर देखें- चिंटू चौकसे
वहीं उनके अलावा इस मामले में निगम प्रतिपक्ष नेता चिंटू चौकसे ने विजयवर्गीय से कहा जैसी जिसकी मानसिकता रहती है उसको वैसा दिखाई देता है। आज मध्यप्रदेश में इंदौर में नाइट कल्चर कौन लेकर आया? बीजेपी सरकार। एक तरफ आप पब और बार का कल्चर लाना चाह रहे हो, आप नाइट कल्चर लाना चाह रहे हो। दूसरी तरफ व्यवस्थाएं सुधारने की बात कर रहे हो। आपको किसने जिम्मेदारी दी आप कौन से ठेकेदार है जो तय करेंगे कि हमारे घर की बिटिया-बहनें क्या पहनेंगी और क्या नहीं। लेकिन कैलाश विजयवर्गीय शहर के हिस्ट्री शीटर, गुंडे, और वो व्यापारी जो चीटिंग करते हैं वह इनसे जुड़े हुए हैं। सार्वजनिक रूप से रैलियां और मंच शेयर करते हो। गुंडे-बदमाशों के कंधों पर हाथ रखते हैं। आप पहले अपने गिरेबां में झांककर देखें कि आपने किन लोगों को संरक्षण दे रखा है। आपको बिल्कुल भी अधिकार नहीं है हमारे परिवार की बेटियों को, बहनों को ये बताने कि उन्हें कैसे रहना है। कोई विरोध करता है तो उनके खिलाफ केस भी दर्ज करा देते हैं।
कैलाश जी का वक्तव्य "शूर्पनाखा"वाला सुना।कुछ मायने में सही है,इंदौर अहिल्या देवी की संस्कार वाली नगरी है,पहनावे पर ध्यान तो रखना चाहिए।परंतु कैलाश भाई आप इंदौर के बेताज बादशाह हो,फिर यह कैसे हो रहा है?@BJP4MP @INCMP
— lakshman singh (@laxmanragho) April 9, 2023
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इधर उषा ठाकुर और बेटा आकाश दे चुके समर्थन
उधर, मंत्री उषा ठाकुर पहले ही विजयवर्गीय के बयान को समर्थन दे चुके हैं। इसके साथ ही उनके बेटे व विधायक आकाश विजयवर्गीय का भी बयान आ चुका है, जिसमें वह भी नाइट कल्चर को लेकर चिंता जता चुके हैं और यह भी कहा कि वह घर के मुखिया है, उन्होंने गलत क्या कहा। इस मामले में शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष साक्षी शुक्ला ने विरोध प्रदर्शन किया था और राजवाड़ा पर उनका पुतला जलाया था, साथ ही विजयवर्गीय को कानूनी नोटिस भेजकर तीन दिन में मांफी के लिए कहा था। वहीं इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता ने उनके खिलाफ धारा 188 में केस दर्ज करा दिया है। फिलहाल उनके बयान पर राजनीति थमती नहीं दिख रही है।
खुद विजयवर्गीय यह बोले बाद में
वहीं जबलपुर में सोमवार ( 10 अप्रैल) को विजयवर्गीय ने उनके बयान को लेकर कहा कि विरोध करने वाले समझ चुके हैं कि मेरा मतलब क्या था, मैं अब कोई नया बयान इस पर नहीं देना चाहता हूं।