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संजय गुप्ता, INDORE. एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजिय सिंह भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर 15 नवंबर की सुबह इंदौर में मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस, असुद्दीन ओवेसी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल तक सभी पर निशाने साधे। बीजेपी को लेकर उन्होंने कहा वह ऑपरेशन लोटस चला सकती है, लूट का माल आखिर वह कहां खर्च करेगी, उनके पास भरपूर पैसा। हालांकि उन्होंने कहा कि हमारे साथ संपर्क में सभी रहते हैं लेकिन जो बिकाऊ थे वह बिक गए, टिकाऊ टिके हुए हैं। उन्होंन कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में प्रियंका गांधी के भी एमपी में आने के संदेश हैं।
इन मुद्दों पर बेबाकी से बोले दिग्विजिय सिंह
राष्ट्रपति कोविंद- दलितों के लिए काम करने की बात बीजेपी करती है। लेकिन यह बताइए कि जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी थे, तब दलितों के लिए मोदी सरकार ने कौन-से काम किए, कौन से नियम कानून बनाए, पांच साल वह राष्ट्रपति रहे, तब करोड़ों दलितों के हित में कौन-सा काम हुआ। अब राष्ट्रपति द्रोपौदी मुर्मु हैं, वह एमपी आई हैं, आदिवासियों पर जो एमपी में प्रताड़ना हो रही है, उस पर वह बोलें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- वह इवेंट में माहिर हैं। संघ वालों को मैं घेरता हूं तो कहते हैं हमे छोड़ दो मोदीजी पर कहो। राहुल गांधी की यात्रा के बाद मोहन भागवत तो मदरसा, मस्जिद जाने लगे हैं, अब मोदीजी भी टोपी पहनने लगेंगे, विदेशों में मुस्लिम देशों में तो वह पहनते ही हैं, भारत में भी पहनने लगेंगे।
राहुल गांधी- राहुल गांधी लंबे समय से इस यात्रा की योजना बना रहे थे। यह मेरा प्लान नहीं है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की योजना थी। देश के हालात देखकर उदयपुर चिंतन शिविर में इस पर फैसला हुआ। अभी तक हम 1850 किमी चल चुके हैं। कुल 3600 किमी चलेंगे। आधी यात्रा में ही मोहन भागवत मस्जिद और मदरसा जाने लगे हैं, श्रीनगर तक देखिए क्या-क्या होगा।
सुमित्रा महाजन- दिग्विजय सिंह ने सुमित्रा महाजन की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने पॉजिटिव दिखाते हुए राहुल गांधी की यात्रा की प्रशंसा की है। हम कांग्रेसी उनका आभार व्यक्त करते हैं। आपको बता दें कि बीते दिनों महाजन ने राहुल की यात्रा की तारीफ की थी।
पेसा एक्ट- बीजेपी इवेंट मैनेजमेंट पर अधिक भरोसा करती है। एक बार एलके आणवाणी ने कहा था कि मोदीजी इसमें माहिर हैं। पेसा एक्ट के नियम ही नहीं बने, तो ऐसे में कैसे लागू होगा, उन्होंने ग्राम सभा की मंजूरी के शब्द को बदलकर सलाह कर दिया, तो यह एक्ट कैसे मजबूत होगा। दलित सबसे ज्यादा एमपी में प्रताड़ित किए जा रहे हैं।
ईडी और सीबीआई- छापे के डर से लोगों को सताया जा रहा है, वसूली हो रही है। बीजेपी से अलग हैं तो छापा पड़ेगा, केस बनेगा लेकिन बीजेपी में आ गए तो फिर सात खून भी माफ। झूठे केस लादे जा रहरे हैं।
आरएसएस- यह अपंजीकृत संस्था है। देश भर में जो गुरुदक्षिणा मिलती है, वह कहां जाती है। कोविड में इन्होंने कहा कि हमने सात करोड़ के काम किए, जब अपंजीकृत है तो नकद में सात करोड़ कहां से आए। यह तो मनी लॉन्ड्रिंग हुई। इस पर छापा क्यों नहीं होता है।
कैलाश विजयवर्गीय- मैंने सीएम रहते हुए बीजेपी की वर्किंग कमेटी के आयोजन पर सभी को भोजन के लिए बुलाया, सभी को कहा था कि कोई कसर नहीं रहना चाहिए, पूरी मदद की। कैलाश विजयर्गीय महापौर थे, पूरी मदद की। हर काम करता था। मेरे ही पार्टी के लोग नाराज होते थे। जब आप कुर्सी पर होते हों तो निष्पक्ष रहना चाहिए। बीजेपी की वर्तमान सरकार निष्पक्ष नहीं है।
ओवैसी और केजरीवाल- मैं हमेशा कहता रहा हूं यह बीजेपी की बी टीम हैं। केजरीवाल कांग्रेस मुक्त एजेंडा का चेहरा है। इनका ध्यान कांग्रेस के वोट काटने पर रहता है। दोनों ही एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। एक ही सिक्के के दो रूप हैं। संघ और ओवैसी दोनों ही मुझ पर मानहानि का दावा करते हैं क्योंकि दोनों की पोल खोलता हूं।
कमलनाथ विवाद- बीजेपी, अकाली दल की सरकार उस (1984) घटना के बाद सत्ता में रही तो उन्होंने कमलनाथ पर कोई केस क्यों नहीं किया। क्योंकि प्रमाण ही नहीं हैं। झूठी बात करना उनकी आदत में शुमार है। खालसा कॉलेज में यात्रा रुकेगी या नहीं यह मैं नहीं राहुल गांधी और सिक्यूरिटी वाले तय करेंगे।
नोटबंदी- नोटबंदी के समय कहा गया कि काला धन आएगा, आतंकवाद खत्म होगा, नकली नोट खत्म होंगे, डिजिटल लेन-देन होगा, जब नोटबंदी थी तब 17.50 लाख करोड़ नकदी थी, आज 33 लाख करोड़ नकदी बाजार में हैं।
ऑपरेशन लोटस- दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश में ऑपरेशन लोटस-2 पर कहा कि इंदौर के एक उद्योगपति जय शाह से मिले थे। उन्होंने कुछ विधायकों की जोड़-तोड़ की पेशकश की है। सिंह ने कहा कि हमारे संपर्क में भी सब रहते हैं, लेकिन हमारे पास जो टिकाऊ थे, वे टिक गए। जो बिकाऊ थे, वो बिक गए। सिंह ने कहा कि जिन्होंने प्रदेश को लूटा है। वे लूट का माल इन्हीं कामों में खर्च कर रहे है।
गुटबाजी पर क्या बोले
बीजेपी जहां अपने अनुशासन के लिए जानी जाती है, तो वहीं कांग्रेस पार्टी की पहचान गुटबाजी के लिए अधिक होती है। इस बात को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अच्छे से जानते हैं। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सिंह ने कांग्रेसियों की बैठक ली और सबसे पहले एक ही बात कही- जो लड़ना-झगड़ना हो, गुटबाजी करनी है, वह 20 नवंबर से पहले कर लो या पांच दिसंबर के बाद करना, यात्रा के बीच किसी ने गुटबाजी की, या मेरे पास गुटबाजी को लेकर कोई शिकायत आई तो उसका मुझसे बड़ा कोई दुश्मन नहीं होगा। मुझे सभी चीजें व्यवस्थित और मैनेजेबल चाहिए, यात्रा में कोई व्यवधान नहीं चाहिए।
तैयारियों को लेकर एक-एक कर सभी से की बैठक
सिंह ने यात्रा की तैयारियों को लेकर सभी को जो प्रभार दिए गए हैं, उनसे वन-टू-वन अलग-अलग बैठक ली। रहने से लेकर भोजन व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन और अन्य व्यवस्थाएं देखने वाले सभी प्रभारियों के साथ बंद कमरे में अलग-अलग बैठक की। इस दौरान विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के साथ ही सत्यनारायण पटेल और अन्य कई कांग्रेसी नेता शामिल थे। इसके साथ ही दिग्विजिय सिंह ने हर जिले के नेताओं के साथ भी बैठक कर व्यवस्थाओं को समझा। बैठक के पहले भी उन्होंने सभी नेताओं को साफ कह दिया था कि जिसे बुलाऊं वहीं मेरे साथ बैठक के लिए अपनी टीम लेकर अंदर आए और फिर चला जाए। बैठक इसी क्रम में हुई और सिंह ने अलग-अलग सभी से