संजय वारुड़े, BURHANPUR. बुरहानपुर में पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को बहस की चुनौती दी है। उन्होंने कहा, पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यों की तुलना करना है तो आ जाओ शिवराज सिंह चौहान मंच पर। तुम उधर खड़े हो जाओ, मैं इधर खड़ा हो रहूंगा। आइए बात कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि 20 साल में भ्रष्टाचार किस कदर बढ़ा है, सब जानते हैं।
डंपर, व्यापम और ई-टेंडरिंग घोटाले में क्या हुआ?
दिग्विजय सिंह ने कहा कि डंपर केस का क्या हुआ? व्यापम का क्या हुआ? घोटाले पर घोटाला। ई-टेंडरिंग घोटाले का क्या हुआ? पाकिस्तान की आईएसआई एजेंसी के लिए जासूसी करते हुए बजरंग दल के लड़के पकड़े गए। बीजेपी आईटी सेल के लड़के पकड़े गए। उसका क्या हुआ? उन पर राजद्रोह का मामला मुकदमा क्यों दायर नहीं हुआ? उनकी जमानते कैसे होने दी। पीडीएस का दुकानदार करोड़पति हो गया। तोल कांटे पर प्रोग्रामिंग हुई है। 20 साल में क्या किया?
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बीजेपी बंट गई है, शिवराज, महाराज और नाराज भाजपा में
नरेंद्र मोदी, अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मप्र में बीजेपी को ऑक्सीजन देने का काम किया है। आज बीजेपी बंट गई है। शिवराज भाजपा। महाराज भाजपा। नाराज भाजपा। आपके बुरहानपुर में भी कई आरएसएस वर्कर और जनसंघ के परिवार हैं, उनसे पूछ लो। जो दलाल बीजेपी के, ठेकेदार नए-नए तैयार हो गए। महाराज भाजपा के, शिवराज भाजपा के, उनके पास फार्चूनर है। पुरानी जनसंघियों के पास साइकिल तक नहीं है। साइकिल पर चल-चलकर, जिन्होंने चने खा-खाकर जनसंघ को जमाया। कहां है वो लोग, कौन पूछ रहा उनको। अभी जानकारी मिली है कि सागर जिले के बीजेपी मंत्री, विधायक ने गोविंदसिंह राजपूत, महाराज भाजपा के नेता की शिकायत की। शिकायत में कहा कि इनको ठीक करलो, वरना इस्तिफा दे देंगे। ये तो शुरुआत है। अभी तो टिकट बंटेगा, तब देखना, महाराज भाजपा की हालत क्या होती है। महाराज को समझ में नहीं आए, ये कहां आ गए?
मेरे कार्यकाल में पावर प्लांट छत्तीसगढ़ में थे, इसलिए मप्र में बिजली की कमी थी
दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यकाल में बिजली की बिगड़ी हालत पर सफाई दी और कहा कि मेरे 10 साल के कार्यकाल में पंचायती राज आया। क्यों समाप्त कर दिया? जिला सरकार आई, उसको खत्म क्यों कर दिया? गरीबों-किसानों को मुफ्त में बिजली दी, उसको क्यों समाप्त कर दिया? बिजली के सभी पॉवर प्लांट्स छत्तीसगढ़ में थे। कंजम्प्शन मप्र में होता था, उसकी वजह से बिजली की कमी आई। लेकिन हमने इसकी तैयारी कर ली थी, बिजली के पावर हाउस बनाने शुरू कर दिए थे। मैंने कहा था 2007 तक सरप्लस तक बिजली होने का मप्र दावा किया था। 2008 तक पावर प्लांट्स की वजह से सर प्लस हुए। पेड़ कोई लगाता है, फल कोई दूसरा खाता है।
पहले साढ़े तीन घंटे में पहुंचते थे इंदौर से बुरहानपुर, कल रात मुझे साढ़े पांच घंटे लगे
पूर्व सीएम ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने जो-जो योजना बनाई। इंदौर-बुरहानपुर बीओटी रोड बना। उसकी बीजेपी ने आलोचना की। केंद्र की योजनाएं, मप्र में सड़कें बीओटी योजना में बन ही नहीं रही हैं। तो फिर दिग्विजय सिंह की नीति सही थी कि गलत थी। जब तक मेंटनेंस ठेकेदार कर रहा था, बुरहानपुर में इंदौर से साढ़े तीन घंटे में पहुंच जाते थे। सरकार हमारी 2003 से चली गई। कल रात को साढ़े पांच घंटे लगे मुझे, इंदौर से बुरहानपुर पहुंचने में।
मोदीजी माफी मांगें
मप्र में बजरंग दल पर बैन लगाने के सवाल पर पूर्व सीएम दिग्विज सिंह ने कहा कि बजरंग बली की तुलना बजरंग दल से करना धार्मिक था कि अधार्मिक था। मैं मोदीजी से कहता हूं, आपने बजरंग बली की तुलना इस गुंडों की जमात, बजरंग दल से की हैं। इसके लिए माफी मांगिए। मैं हनुमान भक्त हूं, मुझसे बड़े हनुमान भक्त कमलनाथ जी हैं। जिन्होंने देश की सबसे बड़ी हनुमानजी की मूर्ति लगाई हैं। हमारी आस्था को अपमानित किया है मोदीजी ने, मोदीजी माफी मांगें।
सिख दंगे में कमलनाथ का कोई लेना-देना नहीं था
1984 के सिख दंगे में कमलनाथ का नाम आने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि दंगे को 40 साल हो गए। कमलनाथजी पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं हुई अब तक। कमलनाथ जी कोई नेता नहीं है, जो डर के घर चले जाएंगे। हिम्मत वाले व्यक्ति है। उनको कोई लेना-देना नहीं था। सिखों के खिलाफ दंगों से। अपराधियों में दो नेता, आरएसएस और बीजेपी के नेता थे।
विजयवर्गीय शिवराज से नाराज, मुझसे नहीं
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बुढउ वाले बयान पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि चलो शिवराज सिंह से बोलो मेरे साथ चलके बता दें। कैलाश विजयवर्गीय जी आत्मा से जल रहे हैं। उसकी पीड़ा है, वो मुझसे नहीं है, शिवराज से है, ये वो नाराज भाजपा के सदस्य है, शिवराज भाजपा के नहीं है।