देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर यात्रा पर आए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अचानक 26 मार्च, रविवार को फूलबाग मैदान पहुंचे। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं का राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने के खिलाफ धरना चल रहा था। सिंह भी यहां धरने पर बैठे। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि आप घर-घर जाकर लोगों को अडानी की कंपनियों द्वारा किए गए 20 हजार करोड़ के घोटाले की जानकारी दे। इस मामले में सरकार और बीजेपी की चुप्पी की वजह भी बताए। यह भी बताए कि ये पैसा खुद आपका यानी जनता का है।
यह आंदोलन घर-घर पहुंचेगा: पूर्व मुख्यमंत्री
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा यह तो अभी शुरूआत है। यह आंदोलन घर-घर पहुंचेगा और सरकार से सवाल पूछेगा कि मोदी जी जो अडाणी और अन्य कंपनियों द्वारा 20,000 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है। वह रुपया किसका था। उन्होंने कहा अभी आंदोलन का आरंभ है। आगे आंदोलन हर घर से खड़ा होगा और मोदी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंक देगा।
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नेता प्रतिपक्ष भी आंदोलन में पहुंचे
फूलबाग पर चल रहे कार्यकर्ताओं के आंदोलन में शामिल होने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और मोदी प्रजातंत्र को खत्म करना चाहते है। देश में मोदी गुलामी का राज लाना चाहते हैं। राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने को लेकर मोदी सरकार ने जो कार्रवाई की है, उसके विरोध में पूरे देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष है। अभी हम लोगों ने गांधीजी की प्रतिमा के पास बैठकर प्रदर्शन किया है, लेकिन हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।
राहुल गांधी ने खुद को डिस्क्वालिफाइड एमपी लिखा
राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपनी सांसदी जाने का अनोखे तरीके से विरोध जताया है। उन्होंने ट्विटर पर अपना बायो अपडेट किया है। राहुल गांधी ने खुद को डिस्क्वालिफाइड एमपी लिखा है। ये राहुल गांधी का आधिकारिक अकाउंट है। 23 मार्च को सूरत सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी को एक मानहानि केस में दोषी करार दिया था। राहुल ने 2018 में कर्नाटक के कोलार में चुनावी सभा में कहा था- मोदी सरनेम के लोग चोर होते हैं। नवीन मोदी, नीरव मोदी, ललित मोदी...। इसको लेकर गुजरात के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल पर मानहानि केस दायर कर दिया। 24 मार्च को राहुल की संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई।