आमीन हुसैन, RATLAM. मध्यप्रदेश में खाद को लेकर कुछ दिनों से किसान परेशान दिख रहे हैं। इसी कड़ी में रतलाम जिले के आलोट में खाद न मिलने से परेशान किसानों का गुस्सा फूटता दिखाई दिया। यहां खाद वितरण केंद्र का डिजिटल सिस्टम भी फेल हो गया जिस वजह से किसान तो किसान अब आलोट से कांग्रेस विधायक मनोज चावला भी अपना आपा खो बैठे। विधायक मनोज चावला 10 नवंबर को खाद गोदाम पहुंचे। यहां पहुंचकर कथित तौर पर उन्होंने अपने हाथों से गोदाम का शटर खोला और किसानों को खाद ले जाने के लिए कह दिया।
यूरिया को लेकर किसानों के बीच हंगामे की स्थिति
जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है। वही रतलाम के दिलीप नगर वेयर हाउस पर एक बार फिर यूरिया को लेकर किसानों के बीच मारामारी दिखी। किसान सुबह से ही कतार में लगे हुए दिखाई दिए। कई बार यहां हंगामे की स्थिति बनी रही। वहीं जिम्मेदारों ने टोकन देकर व्यवस्था को सुधारने की कोशिश की, लेकिन किसानों का मानना है कि यह व्यवस्था नाकाफी है। जब तक जिला प्रशासन गांव की सोसाइटी में नगद भुगतान पर यूरिया नहीं बेचेगा तब तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे।
कलेक्टर के आदेश का नहीं हुआ पालन
डबल लॉक वितरण केंद्र दिलीप नगर पर पांच अतिरिक्त डीलरों की कलेक्टर के निर्देशानुसार ड्यूटी लगाई गई है। ताकि किसानों को सुगमता से खाद वितरण हो सके लेकिन यहां एक भी डीलर मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि उनके स्टॉक में यूरिया खाद ही नहीं थी। इसी प्रकार कृषि उपज मंडी वितरण केंद्र पर भी तीन डीलरों की ड्यूटी लगाई थी, जिसमें एमपी एग्री की सर्वर डाउन रहा। पटेल टेडर्स के डीलर की मशीन चल रही थी, यहां यूरिया स्टॉक नहीं दिया जा रहा था। उपस्थित कर्मचारी ने बताया कि केवल पोटाश और डीएपी मिल रहा था।
9 नवंबर को यूरिया के लिए भूखे-प्यासे बैठे रहे थे किसान
9 नवंबर को सर्वर बंद होने की वजह से किसानों को यूरिया नहीं मिला था। पावती दिखाकर और थंब लगवाकर यूरिया दिया जाना था लेकिन सर्वर बंद होने से किसानों को यूरिया नहीं मिला। वे सुबह 5 बजे से दोपहर 3 बजे तक भूखे प्यासे बैठे रहे। इसकी जानकारी जब विधायक दिलीप मकवाना को लगी तो उन्होंने यूरिया वितरण अधिकारियों को फोन लगाया और आनन-फानन में व्यवस्था में बदलाव कराया।