Katni,Rahul Upadhyay. कटनी में लोकायुक्त की टीम ने जिला अस्पताल में जिला चिकित्सा अधिकारी पद पर पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ को रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा है। अधिकारी यह रिश्वत एक विकलांग से विकलांगता सर्टिफिकेट बनाने के एवज में ले रहा था। डील 40 हजार रुपए में तय हुई थी। जिसके बाद फरियादी ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी।
लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि शंकर लाल कुशवाहा ने शिकायत दी थी कि कटनी में पदस्थ पुरुषोत्तम दास सोनी जो कि जिला चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ है। उससे विकलांग सर्टिफिकेट बनाने के एवज में 40 हजार रुपयों की मांग कर रहा है। शंकर लाल के पास पहले 20 फीसद विकलांगता का सर्टिफिकेट था लेकिन शासकीय योजनाओं का लाभ कम से कम 40 फीसद विकलांगों को ही दिया जाता है। शिकायत मिलने पर लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत का परीक्षण कराया। जिसके बाद फरियादी को रिश्वत की पहली किश्त 15 हजार रुपए के साथ डॉक्टर के निजी क्लीनिक भेजा।
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जैसे ही फरियादी ने डॉक्टर के हाथ में रिश्वत की रकम दी तो मौके पर मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बाद में डॉक्टर के हाथ कैमिकल से धुलवाए गए, जिसका रंग गुलाबी हो गया। इस दौरान जिला चिकित्सा अधिकारी हड़बड़ाए से नजर आए।
लोकायुक्त पुलिस ने जिला चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है वहीं कार्रवाई की सूचना जिला मुख्यालय को भेजी गई है। इस ट्रैप दल में डीएसपी दिलीप झरबड़े, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, नरेश बेहरा तथा अन्य लोकायुक्त पुलिस के अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।