Advertisment

जबलपुर में दो घंटे काम से विरत रहे डॉक्टर, मेडिकल कॉलेजों में ब्यूरोक्रेट्स की तैनाती के फैसले का विरोध

author-image
Rajeev Upadhyay
एडिट
New Update
जबलपुर में दो घंटे काम से विरत रहे डॉक्टर, मेडिकल कॉलेजों में ब्यूरोक्रेट्स की तैनाती के फैसले का विरोध

Jabalpur. जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश के 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मंगलवार को 2 घंटे के लिए डॉक्टरों ने हड़ताल रखी। दरअसल डॉक्टर्स मेडिकल कॉलेजों ब्यूरोक्रेट्स की तैनाती करने के फैसले का विरोध कर रहे हैं। तर्क यह है कि स्वास्थ्य सेवाओं की प्रशासनिक व्यवस्था डॉक्टर ही संभालें तो बेहतर होगा। मेडिकल कॉलेजों में डीन और अधीक्षकों के साथ डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारियों की तैनाती का प्रस्ताव कैबिनेट में लाए जाने की जानकारी लगी। जिसके बाद प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल टीचर्स ने भी काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। 







इमरजेंसी सेवाएं ही रहीं बहाल





डीन कार्यालय के सामने बैठकर हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टर्स और टीचर एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार अव्यवहारिक फैसले ले रही है। जिसके खिलाफ अभी कुछ घंटे काम बंद रखकर विरोध दर्ज कराया है। आने वाले समय में और भी बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। हड़ताल के दौरान डॉक्टरों ने केवल इमरजेंसी में ही सेवाएं दीं। 





डॉक्टरों का कहना है कि सरकार यदि प्रबंधन में बदलाव चाहती है तो अईपीएचएस के तहत पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट कैडर बनाकर लोक स्वास्थ्य की डिग्रीधारी डॉक्टरों को मैनेजमेंट का जिम्मा दे रही है वैसे ही स्वास्थ्य विभाग की तरह मेडिकल एजुकेशन में भी इसे लागू किया जाना चाहिए। 

Advertisment





पूर्ण हड़ताल की दी चेतावनी





मप्र मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन पदाधिकारियों ने हड़ताल के दौरान कहा कि अगर सरकार पर उनके इस प्रदर्शन का कोई असर नहीं पड़ा तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसमें संपूर्ण हड़ताल का भी तरीका अपनाया जाएगा। 



Jabalpur News जबलपुर न्यूज The issue of deployment of bureaucrats in medical doctors were on strike for two hours only emergency services were restored मेडिकल में नौकरशाहों की तैनाती का मसला दो घंटे हड़ताल पर रहे डॉक्टर केवल इमरजेंसी सेवाएं रहीं बहाल
Advertisment