UJJAIN. उज्जैन के सेंट्रल भैरवगढ़ जेल में हुए 13 करोड़ 50 लाख के DPF घोटाले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पूर्व जेल अधीक्षक उषा राजे के इशारे पर कर्मचारियों के लिए बने सॉफ्टवेयर का गलत इस्तेमाल करके घोटाला किया गया। आरोपी अकाउंटेंट रिपुदमन रघुवंशी ने घोटाले के 4 करोड़ रुपए सट्टे में उड़ा दिए। इसके बाद 80 लाख रुपए अफसर-कर्मचारी और रिश्तेदारों से मिले रुपयों में से चार करोड़ रुपए सट्टे में लगा दिए। 80 लाख रुपए जेल के अफसर-कर्मचारी और रिश्तेदारों में बांट दिए थे।
केस की स्थिति
इस मामले में 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें से 9 की गिरफ्तारी हो चुकी है। 3 सटोरिए हैं। कोर्ट के आदेश पर पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज, रिपुदमन, शैलेंद्र सिकरवार इंदौर जेल में बंद हैं। वहीं, अन्य आरोपी शुभम भैरवगढ़ जेल में हैं।
कैसे सामने आया घोटाला
उज्जैन के जिला केंद्रीय भैरवगढ़ जेल के प्रभारी मुख्य प्रहरी एसके चतुर्वेदी के विभागीय भविष्य निधि (DPF) अकाउंट से 12 लाख और प्रहरी उषा कौशल के अकाउंट से 10 लाख रुपए निकालने के लिए ऑनलाइन प्रोसेस की गई। भुगतान के लिए ऑनलाइन रिक्वेस्ट जिला कोषालय पहुंची। 9 मार्च 2023 को जिला कोषालय अधिकारी ने जांच की। इसमें पता चला कि दोनों जेल कर्मचारियों के DPF राशि उनके अकाउंट में ना जाकर बैंक ऑफ इंडिया शाखा भैरवगढ़ के अकाउंट नंबर 912610110007092 में जमा हो रही है। यहीं से ट्रेजरी अधिकारी को शक हुआ। जांच की, तो 2020-21 से 2023 तक 100 मामलों में इसी तरह का ट्रांजैक्शन मिला। 9 मार्च को कोषालय ने बैंक ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर खाते फ्रीज करने कहा। इसके बाद पूरा DPF घोटाला सामने आया।
रिपुदमन और दिनेश के नाम पर अकाउंट
मामले की जांच में पता चला कि 2 साल से DPF की राशि जिस अकाउंट नंबर 912610110007092 में ट्रांसफर की गई, वो रिपुदमन और दिनेश के नाम पर था। 10 मार्च 2023 को बैंक से स्टेटमेंट मंगाया गया। जिला कोषालय की रिकेन्सिलेशन शीट से मिलान करने पर 2 अन्य बैंक अकाउंट नंबर 912616310000019 बैंक ऑफ इंडिया शाखा भैरवगढ़ और अकाउंट नंबर 34634128882 स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा उज्जैन में भी ट्रांजेक्शन मिले।
अकाउंटेंट ने सट्टे में उड़ाया घोटाले का पैसा
जेल अकाउंटेंट रिपुदमन ने पुलिस को बताया कि DPF खातों से निकाला पैसा उसने उषा राजे को दिया था। इस राशि से वो सट्टा खेलता था। उस राशि को रिपुदमन ने उज्जैन और देवास के सटोरियों ने ठिकाने लगा दिया था। घोटाले के पैसों से उषा राजे ने ज्वेलरी भी खरीदी थी। रिपुदमन ने अफसर-कर्मचारी और रिश्तेदारों को 80 लाख रुपए उधार बांट दिए थे। 4 करोड़ सट्टे में उड़ा दिए थे।
ये खबर भी पढ़िए..
उषा राजे की बेटी गिरफ्तार
घोटाले में पूर्व जेल अधीक्षक उषा राजे की बेटी उत्कर्षणी उर्फ पावली को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पावली ने गबन के पैसों को ठिकाने लगाने में मां की मदद की है। उषा राजे की बेटी के पास से 250 ग्राम सोना और 1 किलो चांदी मिली है।