Jabalpur. जबलपुर में पुलिस नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान चलाए हुए है लेकिन ताज्जुब इस बात का है कि पकड़े जाने के चंद रोज बाद नशे के सौदागर जमानत पर छूट जाते हैं और फिर इस गोरखधंधे में शामिल हो रहे हैं। ताजा मामला जबलपुर के घमापुर थाने का है। जहां अक्टूबर माह में राकेश विश्वकर्मा और उसके साथी महेश को 895 नशीले इंजेक्शनों के साथ पुलिस ने दबोचा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने राकेश को एक बार फिर 63 नशीले इंजेक्शन बेचने की फिराक में घूमते गिरफ्तार किया।
मुखबिर की सूचना पर हुआ गिरफ्तार
थाना घमापुर में विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि नशीले इंजैक्शन बेचने वाले कछियाना रोड घमापुर निवासी महेश साहू का भाई राकेश उर्फ राजू विश्वकर्मा मसान बाबा कछियाना मोहल्ला रोड में अपने घर के पास एक थैले में अधिक मात्रा में नशीले इंजैक्शन अनाधिकृत रूप से अपने पास रखे हुये बेचने की फिराक में है, यदि तत्काल दबिश दी तो रंगे हाथ पकडा जायेगा। सूचना पर योजनाबद्ध तरीके से मुखबिर के बताये स्थान पर दबिश दी जहां एक युवक थैला लिये खडा दिखा जो पुलिस को देखकर भागने लगा जिसे घेराबंदी कर पकडा एवं नाम पता पूछा जिसने अपना नाम राकेश विश्वकर्मा बताया।
कब्जे से नशे की खेप और डेढ़ लाख बरामद
पुलिस ने जब युवक की तलाशी ली तो थैले से 27 नग बुप्रेनोरफिन, 24 नग फेनेरेमाईन मेलाईट , 5 नग लीगेसिक,, 4 नग डायविल, 3 नग फेनेरेमाईन मेलाईट पोलारस्कैन नाम के कुल 63 नग नशीले इंजेक्शन बरामद हुए। यही नहीं पुलिस ने नशीले इंजेक्शनों की बिक्री कर कमाए हुए 1 लाख 46 हजार 550 रुपए भी आरोपी के कब्जे से बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 5/13 ड्रग्स एण्ड कन्ट्रोल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है अब उससे नशीले इंजेक्शनों के सोर्स के बारे में पूछताछ की जा रही है।