INDORE. युवा नशे में मस्त और नारकोटिक्स विभाग सुस्त यह बात इंदौर में पिछले कई समय से देखने को मिल रही थी। लेकिन 28 अप्रैल, शुक्रवार रात इंदौर नारकोटिक्स विभाग द्वारा एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अपना सुस्त रवैया खत्म किया। गुजरात में युवाओं को मक्का की आड़ में अफीम परोसने जा रहे ट्रक को जब्त किया। इसमें कार्रवाई में 80 किलो 250 ग्राम अफीम के 110 पैकेट बरामद किए गए, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 करोड़ 40 लाख रुपए कीमत बताई जा रही है।
गुजरात ले जाई जा रही थी ड्रग्स
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई बार राजनीतिक मंचों से नशो के सौदागर और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कह चुके हैं। इन्हीं बातों से सबक लेकर सुस्त इंदौर नारकोटिक्स विभाग ने अपने मुखबिर तंत्र को मजबूत करना शुरू कर दिया था, जिसके परिणाम में मुखबिर से सूचना मिली कि मणिपुर से मक्का की आड़ में ट्रक के केबिन में अफीम तस्करी के लिए गुजरात ले जा रही है, जिसे इंदौर के बायपास से ले जाया जाएगा। इसके बाद विभाग ने तुरंत हरकत में आया। इस पर टीम द्वारा बेटमा बाइपास पर एक ट्रक को रोका गया।
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राजस्थान निवासी है ड्राइवर
मुखबिर अनुसार उसके केबिन की तलाशी लेने पर ड्राइवर की सीट के नीचे बने लोहे के बक्से से अफीम बरामद की गई। जब ड्राइवर से पूछताछ की तो उसने अपना नाम सुजान राम निवासी राजस्थान बताया, जिसे टीम द्वारा गिरफ्तार करते हुए मौके से बरामद अफीम जब्त की गई। नारकोटिक्स विभाग अब आरोपी से पूरी तहकीकात में जुटा है कि यह अफीम किससे लेकर आया और गुजरात में किसको देने जा रहा था।
अब विभाग हुआ सक्रिय
नशे के सौदागर और माफियाओं द्वारा अफीम को काला सोना भी कहा जाता है, जिससे दूसरी कई तरह की ड्रग्स बनाई जाती है। पिछले लंबे समय से पुलिस विभाग और क्राइम ब्रांच के द्वारा ड्रग्स माफिया पर कार्रवाई की जा रही है। जिससे ड्रग्स पर कार्रवाई के लिए बनाया गया नारकोटिक्स विभाग हाथ मलता नजर आता था। नारकोटिक्स विभाग को सिर्फ कागजी कार्रवाई के लिए याद किया जाता था, लेकिन शुक्रवार रात काला सोना कहे जाने वाली अफीम तस्करी की 80 किलो 250 ग्राम की कार्यवाही से विभाग की निष्क्रियता पर उठ रहे सवालों पर अब अंकुश लग जाएंगे।