Dindori. मध्यप्रदेश में चुनावी साल की शुरूआत लगभग शुरू हो चुकी है और इस बीच प्रदेश में मारकाट की बातों का भी औपचारिक उद्घाटन हो चुका है। डिंडौरी जिले में तो तब हद हो गई जब अपने रुके हुए एडीएस को बहाल करवाने के लिए परेशान एक शिक्षक ने अपनी मांग पूरी करवाने के लिए अजब रुख अख्तियार कर लिया। शिक्षक शराब के नशे में प्रशासनिक अधिकारियों के बीच खुली चुनौती देते हुए ताल ठोंकने लगा। शिक्षक का सीधा चैलेंज था कि आदिवासी हूं, प्रण करके आया हूं, आज तो डीएम को सरेआम पीटूंगा।
इस घटना को जिसने भी देखा वह थोड़ी देर के लिए सकपका गया। कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया और वह वायरल भी हो रहा है। बड़ी बात यह है कि अपनी कार्यशैली से सबको प्रभावित करने वाले कलेक्टर विकास मिश्रा ने बड़े ही सहज अंदाज में शराब के नशे में धुत शिक्षक की बात सुनी और उसे शांत कराया।
अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
नशे में धुत्त शिक्षक विजय भारवे ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सबके सामने जलील किया। यहां तक कि उनकी भी सातों पुश्तों को पानी दे डाला। उसका साफ कहना था कि आदिवासी बहुल जिले में आदिवासियों का कोई काम बगैर पैसा लिए नहीं होता है।
3 महीने से है गैरहाजिर
वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने डीएम को बताया कि विजय भारवे 3 माह से शाला से गैरहाजिर है। वहीं उसके एरियर्स संबंधी शिकायत पर अधिकारियों ने अनभिज्ञता जताई। जिसके बाद कलेक्टर विकास मिश्रा ने अधिकारियों से शिक्षक की शिकायत दूर करने कहा।
डीएम का हाथ पकड़कर झूम गया शिक्षक
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि शिक्षक विजय भारवे ने कलेक्टर का हाथ पकड़ लिया और उन्हें अपनी बात बताने लगा। इस बीच सुरक्षा कर्मियों ने उसे डीएम से दूर किया। हालांकि शिक्षक के इस कदाचार पर भी डीएम ने सहृदयता दिखाते हुए कोई एक्शन नहीं लिया है।