नौरादेही में बाघों का बढ़ता कुनबा देख गांव के विस्थापन की प्रकिया में तेजी से जुटे अधिकारी, राधा और N-12 के 6 शावक हुए व्यस्क

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Rahul Garhwal
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नौरादेही में बाघों का बढ़ता कुनबा देख गांव के विस्थापन की प्रकिया में तेजी से जुटे अधिकारी, राधा और N-12 के 6 शावक हुए व्यस्क

DAMOH. मध्यप्रदेश के सबसे बड़े और दमोह, सागर और नरसिंहपुर जिले में फैले नौरादेही अभ्यारण्य में 12 बाघों की दहाड़ सुनाई दे रही है। इनमें से जो 6 शावक हैं वो भी वयस्क हो रहे हैं और 14 महीने की उम्र पार कर चुके हैं। शावक अपनी-अपनी मां के साथ शिकार की बारीकियां सीख रहे हैं। इस अभ्यारण्य में शाकाहारी और मांसाहारी जानवरों की संख्या लगातार बढ़ रही है इसलिए अभ्यारण्य के अंतर्गत आने वाले गांव के विस्थापन की प्रकिया में अधिकारी तेजी से जुटे हैं। वर्तमान में दमोह जिले के 3 गांव की विस्थापन की प्रक्रिया पर कार्य चल रहा है।



शावक हुए वयस्क



नौरादेही अभ्यारण्य में बाघिन राधा और बाघ किशन का पूरा परिवार घूम रहा है जिनकी संख्या 11 है और एक बाघ नौरादेही को उपहार में मिल गया जो पन्ना टाइगर रिजर्व से 2 साल पहले चलकर यहां आ गया। वो राधा-किशन के परिवार में ही रहने लगा और इस नए मेहमान को भी अपना लिया गया। वर्तमान में यहां 12 बाघ मौजूद हैं। वहीं इनमें से 6 शावक हैं जो अब 13 से 14 महीने की उम्र में पहुंच चुके हैं और वयस्क हो गए हैं। शावक अभी भी अपनी मां के साथ शिकार की ट्रेनिंग ले रहे हैं।



20 से 30 महीने में व्यस्क हो जाते हैं बाघ



अभ्यारण्य के अधिकारियों के मुताबिक बाघ 20 से 30 महीने के बीच वयस्क कहलाने लगते हैं। वर्तमान में नौरादेही अभ्यारण्य में जो 6 शावक हैं, वे 13 से 14 महीने के हो चुके हैं और अब वे वयस्क की तरह दिखने लगे हैं। केवल उनका शरीर दुबला है। आकार और ऊंचाई के अनुसार यदि देखा जाए तो वे पूर्ण रूप से वयस्क दिखाई देने लगे हैं।



राधा ने 4 और N-12 ने 2 शावकों को दिया था जन्म



राधा ने दूसरी बार 6 नवंबर 2021 को 4 शावकों को जन्म दिया था जबकि राधा की बेटी N-12 ने दिसंबर 2021 में 2 शावकों को जन्म दिया था। राधा का एक शावक तो अपनी मां के साथ घूमता दिखाई दिया जो शरीर से काफी तंदरुस्त है। अधिकारियों की मानें तो सभी शावक स्वस्थ हैं और अलग-अलग जंगल के अलग-अलग इलाकों में अपना डेरा डाले हुए हैं।



दूसरी मादा पर सस्पेंस



राधा ने साल 2019 में पहली बार में 3 शावकों को जन्म दिया था। इनमें एक नर और 2 मादा थीं। एक मादा ने दिसंबर महीने में शावकों को जन्म दे दिया जबकि दूसरी मादा पर सस्पेंस है। इन दोनों का जन्म एक ही दिन हुआ था। राधा की दूसरी बेटी के संबंध में कोई स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं मिल पा रही। वहीं कुछ अधिकारी ये भी कह रहे हैं कि हो सकता है 15 दिन या 1 महीने के अंदर कोई खुशखबरी मिल जाए, लेकिन वर्तमान में इसक पुष्टि नहीं की जा सकती।



टीम लगातार कर रही निगरानी



नौरादेही में टीम लगातार सर्च कर रही है और पगमार्क से सभी बाघों की निगरानी कर रही है, क्योंकि केवल बाघिन राधा की कॉलर आईडी चालू है। बाघ की कॉलर आईडी पहले ही खराब हो गई है। इसके अलावा अन्य बाघों को अभी तक कॉलर आईडी नहीं पहनाई गई। इसलिए सभी की लोकेशन केवल पगमार्क से ही ली जाती है।



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इन गांव की विस्थापन प्रकिया शुरू



नौरादेही अभ्यारण्य में बाघ और अन्य जानवरों की संख्या बढ़ रही है इसलिए जो गांव अभ्यारण्य में बसे हैं उनके विस्थापन की प्रकिया तेजी से शुरू होने लगी है। इस प्रकिया में अब दमोह जिले के 3 गांव के विस्थापन की प्रकिया चल रही है जिनमें सर्रा रेज के 2 गांव रमपुरा और उनारीखेड़ा हैं। वहीं झापन रेंज का एक गांव डवा है जिसके विस्थापन के लिए तैयारी चल रही है।



अभ्यारण्य में बढ़ रही जानवरों की संख्या



नौरादेही के एसडीओ सेवाराम मालिक ने बताया कि अभ्यारण्य में जानवरों की संख्या बढ़ रही है। सभी 6 शावक 25 से 30 महीने में पूर्ण वयस्क हो जाएंगे। दूसरी मादा गर्भवती है या नहीं कुछ नहीं कहा जा सकता। वर्तमान में दमोह के 3 गांव के विस्थापन की प्रकिया चल रही है। कोशिश रहेगी कि ये तीनों गांव बारिश के पहले विस्थापित हो जाएं।


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