JABALPUR. मध्यप्रदेश के जबलपुर में रविवार, 2 अप्रैल को सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिससे लोगों में हडकंप मच गया। सभी अपने अपने घरों और बिल्डिंग से बाहर आ गए। भूकंप का समय सुबह 11 बजे बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता रिक्टरस्केल पर 3.6 आंकी गई है। भूकंप से शहरके कुंडम, पनागर, चंदिया, शाहपुरा क्षेत्र प्रभावित रहे। इसके अलावा भूकंप का असर उमरिया में भी बताया जा रहा है।
हड़कंप के बाद घरों से बाहर आए लोग
रविवार होने से लोग रिलेक्स में थे। इसी दौरान सुबह 11 बजे के लोगों को कंपन सा महसूस हुआ। फिर एक दूसरे से बातचीत हुई तो अधिकतर लोगों ने भूकंप के झटकों की बात कही। घरों में बर्तन गिरने और अन्य सामान हिलने का भी अहसास हुआ, तो सभी लोग घरों से बाहर निकल आए। मौमस केंद्र भोपाल के मुताबिक, उमरिया और सिहोरा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई।
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नौ दिन पहले आया था ग्वालियर में भूकंप
ग्वालियर में भी नौ दिन पहले यानी 24 मार्च की सुबह 10 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जबलपुर की तुलना में ग्वालियर में भूकंप की तीव्रता 0.5 ज्यादा थी यानी ग्वालियर में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, वहां भी किसी तरह की जनहानि नहीं हुई थी। ग्वालियर में आए भूकंप का केंद्र ग्वालियर के दक्षिण पूर्व में 28 किलोमीटर दूर जमीन से 10 किलोमीटर अंदर बताया गया था। पहला मौका था जब भूकंप का केंद्र ग्वालियर रहा।
मौसम विभाग के पास कोई खबर नहीं
भूकंप आने को लेकर यहां के मौसम विभाग या प्रशासन को कोई खबर नहीं है। बताते हैं यहां के मौसम विभाग के पास इसके विश्लेषण का कोई इंतजाम नहीं है। जैसे ही दिल्ली के मौसम विभाग ने ग्वालियर में 4 रिक्टर स्केल की क्षमता वाले भूकंप के केंद्र बिंदू होने की सूचना दी। तत्काल ग्वालियर के मौसम विभाग से 'द सूत्र' में संपर्क साधा। मौसम विभाग के अधिकारी उपाध्याय ने कहा कि यहां भूकम्प का पता करने की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां मशीन तो लगी है, लेकिन यह सीधे दिल्ली को रिपोर्ट करती है, इसलिए उन्हें नहीं पता कि ग्वालियर में भूकंप आया या नहीं।
दो दिन पहले भी आए थे भूकंप के झटके
दो दिन पहले जब एनसीआर में भूकंप झटके आए थे, तब ग्वालियर में भी लोगों ने महसूस किए थे। तब भूकम्प का केंद्र अफगानिस्तान था, लेकिन 24 मार्च को इसका केंद्र ग्वालियर ही बताया गया था। हालांकि दोनों ही बार आए भूकंप के झटकों में जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।