Jabalpur. मनी लॉड्रिंग और फेमा के मामले में ईडी ने एक बार फिर बर्खास्त बिशप पीसी सिंह को गिरफ्तार किया है। देर रात भोपाल से जबलपुर पहुंची ईडी की टीम ने पीसी सिंह को उनके घर से गिरफ्तार किया। आज पीसी सिंह को अदालत में पेश किया गया, जहां ईडी की ओर से रिमांड एप्लीकेशन दायर किया गया। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस के संबंध में पूछताछ का हवाला इस एप्लीकेशन में दिया गया था। कोर्ट ने ईडी की प्रार्थना को मंजूर करते हुए बर्खास्त बिशप पीसी सिंह की 20 अप्रैल तक रिमांड दी है।
भोपाल में होगी पूछताछ
20 अप्रैल तक पूर्व बिशप से ईडी के भोपाल दफ्तर में पूछताछ होगी। पूर्व बिशप पर आरोप है कि उन्होंने द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस में चेयरमैन रहते हुए विदेश से फंडिंग कराई। इस फंडिंग का अवैध और नियमविरुद्ध तरीके से उपयोग किया। बता दें कि इससे पहले पूर्व बिशप को ईओडब्ल्यू ने अपने शिकंजे में लिया था। जिस मामले में जनवरी में उसे जमानत मिली थी।
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कई राज्यों में दर्ज हैं एक सैकड़ा मामले
जानकारी के मुताबिक पूर्व बिशप पर मध्यप्रदेश के साथ-साथ उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ में अनेक मामले दर्ज हैं। अधिकांश मामले सोसायटी की जमीनें बेचने, बजट के दुरुपयोग और आर्थिक गड़बड़ी के हैं। जिससे उसने अकूत दौलत भी अर्जित की थी। हालात यह थे कि इस मलाईदार पद को बनाए रखने बिशप ने कभी भी अपनी संस्था में चुनाव ही नहीं होने दिए और 2020 में कोरोना के चलते अपने कार्यकाल को भी बढ़ा लिया था।
ईओडब्ल्यू छापे में ये-ये हुआ था बरामद
बता दें कि बीते साल ईओडब्ल्यू के छापे में बिशप पीसी सिंह के घर से 1.65 करोड़ नगद, करीब 85 लाख रुपए कीमती जेवरात, 18 हजार से ज्यादा डॉलर और पॉन्ड, 6 लग्जरी कारें, करोड़ो रुपए के एफडीआर बरामद हुए थे। इसके अलावा अनेक जमीनों के दस्तावेज भी ईओडब्ल्यू ने जब्त किए थे।