GWALIOR. ग्वालियर को आज एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। केंद्र सरकार के सहयोग से एलिवेटेड रोड के प्रथम चरण का शिलान्यास 15 सितंबर को होगा। पहले चरण में लगभग साढ़े छह किलोमीटर लम्बी एलिवेटेड रोड बनना है जिस पर लगभग 447 करोड़ रुपए का अनुमानित खर्च आएगा। इस कार्य को बीजेपी एक बड़ी सौगात के रूप में प्रचारित कर रही है, लेकिन कांग्रेस भी तंज कसने से नहीं चूक रही। उसने कहा कि स्मार्ट सिटी ग्वालियर में एक भी सड़क ऐसी नहीं जहां गाड़ी तो दूर पैदल भी चला जा सके। कांग्रेस की तरफ से पूछा गया कि ये गड्ढे कब भरे जाएंगे?
बीजेपी बोली- एलिवेटेड रोड एक सौगात
कल इस मामले को लेकर ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कहा कि एलिवेटेड रोड बीजेपी सरकार की ग्वालियर के लोगों के लिए बहुत बड़ी सौगात है। यह कुल 17.3 किलोमीटर में बनना है, जिसकी लागत कुल 1400 करोड़ रुपये होगी। पहले चरण का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री गडकरी, तोमर, सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। यह सड़क पहले चरण में वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि स्थल से हजीरा होते हुए ट्रिपल आईटीएम तक बनेगी, जबकि दूसरे चरण में गिरवाई से लक्ष्मीबाई समाधि तक क्षेत्र का निर्माण होगा। माना जा रहा है आज नितिन गडकरी दूर चरण के काम की भी आज घोषणा कर सकते हैं।
आज इन कार्यों का भी भूमिपूजन - शिलान्यास होगा
कार्यक्रम को भव्य बनाने और राशि को बड़ा दिखाने के लिए आज के आयोजन में ग्वालियर -चम्बल संभाग में स्वीकृत अन्य कार्य भी जोड़ दिए गए है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज एलिवेटेड रोड के अलावा इंटर स्टेट बस टर्मिनस (आईएसबीटी ),कुरवाई से मुंगावली होते हुए चंदेरी खंड पर टू लेन पेव्ड शोल्डर का भूमिपूजन ,मिहोना ,लहार,दबोह और भांडेर बायपास का शिलान्यास ,डबरा से पिछोर रोड ,कटारे समाधि से बडेरा रोड ,का भूमिपूजन होगा तथा ग्वालियर में बने शताब्दीपुरम से यादव धर्मकांटे को जोड़ने वाले आरओबी और मेघोनाबाड़ा से अमरौद तक लोकार्पण किया जाएगा। यह सब काम लगभग 1128 करोड़ की लागत वाले हैं।
लेकिन कांग्रेस का गड्ढों पर तंज
कांग्रेस इस एलिवेटेड रोड को लेकर तंज कस रही है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा सरकार इस आयोजन के जरिये ग्वालियर के लोगों के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। ऐसे शहर में जिसमें सब जगह स्मार्ट सिटी के बोर्ड लगे हैं लेकिन उन बोर्ड के नीचे ही इतने घर गड्ढे हैं कि कोई राहगीर गिर जाए तो उसकी जान ही चली जाए। अच्छा होता सरकार उनकी भर कर चलने लायक बनाती। उन्होंने कहा कि सरकार को यह वचन भी देनी चाहिए कि यह एलिवेटेड रोड गड्ढों वाली जानलेवा नहीं होगी।
कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि जब ग्वालियर को स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया था तब भी बीजेपी के नेताओं ने ऐसे ही जश्न मनाया था। करोड़ों रूपये खर्च कर भव्य इवेंट किया था और लोगों को लगा था कि सचमुच सिटी स्मार्ट हो जायेगी लेकिन अब पता चल रहा है कि अब यह उल्टे बदहाल सिटी में बदल गयी है। शहर की सभी प्रमख सड़कें वर्षों से खुदी पड़ीं है। सिटी सेंटर से जीवाजी क्लब होकर कैंसर पहाड़ी जाने वाला तथाकथित राजपथ रोड ,आम-खो से हॉकी स्टेडियम के सामने से कम्पू जाने वाली रोड, फूलबाग़ से किला गेट जाने वाली जैसी शहर की मुख्य सड़कें सालों से खोदकर डाल दीं गयीं हैं ,इन पर लोगों का चलना मुश्किल है। अनेक सीनियर सिटीजन गिरकर घायल हो चुके हैं और अनेक गाय चोटिल हो चुकीं है। शहर में रीढ़ की हड्डी के रोगियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है क्योंकि सड़कों पर सड़क नहीं सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे है ऐसे में इस एलिवेटेड रोड का भूमिपूजन शहरवासियों को चिड़ा ही रहा है। सरकार को चाहिए क़ि वह पहले शहर में स्मार्ट सिटी के नाम पर खोदी गयीं सड़कों के गड्ढे भरे उसके बाद एलिवेटेड रोड का सपना दिखाए