भोपाल/खरगोन। प्रदेश के हजारों चयनित शिक्षकों (Selected teacher) का अब सब्र का बांध टूटने लगा है। मंगलवार रात को खरगोन (Khargone) जिले के अकावलिया गांव के 35 वर्षीय राकेश पाटीदार (Rakesh patidar) ने जहर पी लिया। जब तक राकेश को अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वहीं, राकेश के 8 साल के बेटे ने उसे छुपकर जहर पीते देख लिया था। इसके बाद जब राकेश जहर पीकर कमरे से चला गया तब उसके बेटे ने भी जहर पी लिया। राकेश के बेटे का इलाज इंदौर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। वह वेंटीलेटर पर है और उस मासूम को यह तक नहीं पता कि उसके उपर से पिता का साया उठ चुका है। बता दें कि उच्च माध्यमिक शिक्षक परीक्षा के कृषि विषय के मेरिट में जनरल केटेगिरी मे राकेश पाटीदार की 5वीं रैंक थी।
आर्थिक तंगी के चलते डिप्रेशन में चला गया था राकेश
राकेश के साथी भूतेश चंद्रा ने द सूत्र को बताया कि राकेश पाटीदार के 5 और 8 साल के दो बेटे हैं। वह बहुत ही छोटा किसान है और इससे उसके परिवार का गुजर बसर भी नहीं हो रहा था। यही कारण है कि राकेश ने काफी मेहनत कर मैरिट में पांचवी रैंक हासिल की। वह नियुक्ति (Appointment) का बीते 3 साल से इंतजार कर रहा था। 18 अगस्त के प्रदर्शन के बाद सरकार ने जिस तरह का रवैया अपनाया...राकेश की उम्मीदें टूट गई और वह डिप्रेशन में चला गया। इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली।
अब तक 75 चयनित शिक्षक की हो चुकी है मौंते
प्रदेश में पहले धार (dhar) में चयनित शिक्षक की आत्महत्या (Selected teacher sucide) का मामला और अब खरगोन जिले में युवक की आत्महत्या का मामला सामने आया है। दोनों ही मामले नियुक्ति के इंतजार से निराश होकर की गई आत्महत्या के हैं। बढ़ती बेरोजगारी से युवा पीढ़ी तंग आ चुकी है। जिसके कारण लगातर प्रदेश में आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। भूतेश चंद्रा के अनुसार अब तक प्रदेश में 75 चयनित शिक्षकों की मौत हो चुकी है।
जयवर्धन का ट्वीट- ये आत्महत्या नहीं हत्या है
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh)) ने मामले को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने हैसटेग जस्टिस फॉर राकेश पाटीदार के साथ ट्वीट किया कि मप्र में बेरोजगारी से तंग, लंबे समय से अपनी नियुक्ति का इंतज़ार कर रहे एक चयनित शिक्षक राकेश पाटीदार ने आत्महत्या कर ली, ये आत्महत्या नहीं, हत्या है जिसकी जिम्मेदार ये खरीदी हुई भाजपा (BJP) सरकार है जो इनके अधिकार पर कुंडली मार कर बैठी हुई है।
मप्र में बेरोजगारी से तंग, लंबे समय से अपनी नियुक्ति का इंतज़ार कर रहे एक चयनित शिक्षक राकेश पाटीदार ने आत्महत्या कर ली,
ये आत्महत्या नहीं, हत्या है जिसकी जिम्मेदार ये खरीदी हुई भाजपा सरकार है जो इनके अधिकार पर कुंडली मार कर बैठी हुई है।
#JusticeForRakeshPatidar_MPTETJoining— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) September 8, 2021