Damoh. दमोह जिले के तेजगढ़ में नौकरी से निकाले जाने से खफा बिजली विभाग का एक कर्मचारी अपनी जान देने के लिए बिजली के पावर हाउस पर चढ़ गया। यह नजारा देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए क्योंकि चारों ओर करंट ही करंट था। लेकिन गनीमत रही की कर्मचारी जिस समय पावर हाउस पर चढ़ा था, उस समय पावर हाउस की बिजली बंद थी अन्यथा कर्मचारी की जान भी जा सकती थी।यहां से पूरे क्षेत्र के लिए बिजली सप्लाई होती है और चारों ओर करंट ही करंट दौड़ रहा था। कर्मचारी ने अधिकारियों पर नौकरी से निकाले जाने का आरोप लगाया।
बता दें सुबह करीब 8 बजे कर्मचारी प्रहलाद अठया पावर हाउस पर चढ़ा था, लेकिन 6 घंटे बाद भी विभाग के अधिकारी अपने कर्मचारी की सुध लेने नहीं पहुंचे। पावर हाउस पर चढ़े कर्मचारी प्रहलाद अठ्या ने बताया कि वह तेजगढ़ के हर्रई में पिछले 17 साल से बिजली विभाग में नौकरी कर रहा है। उस समय कर्मचारी नहीं मिलते थे जब वह अपनी सेवाएं देता था।
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24 घंटे क्षेत्र के लोगों को बिजली उपलब्ध हो सके इसके लिए वह लगातार काम करता रहा। चाहे बारिश के दिन हो या गर्मी का महीना हो उसने कभी परवाह नहीं की और अपने काम को प्रमुखता से लिया, लेकिन 2 दिन पहले अधिकारियों ने उसे नौकरी से निकाल दिया और उसकी जगह पर दूसरे कर्मचारी को पदस्थ कर दिया और उससे पैसों की मांग की गई थी। जिसे देने से उसने मना कर दिया। नौकरी से हटाए जाने के बाद अब परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है इसलिए कर्मचारी ने अपनी जान देने के लिए हर्रई के पावर हाउस पर चढ़कर आत्महत्या करने का प्रयास किया।
बताया यह भी जा रहा है कि जिस समय कर्मचारी पावर हाउस पर चढ़ा था उस समय बिजली भी उसी के द्वारा बंद कर दी गई थी। कर्मचारी के पावर हाउस पर चढ़ने की सूचना तेजगढ़ से लेकर जिले के कई वरिष्ठ अधिकारियों को स्थानीय लोगों के द्वारा दी गई। लेकिन दोपहर 2 बजे तक स्थिति यह है कि ना तो प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी पहुंचा और ना ही विभाग की ओर से कोई अधिकारी अपने कर्मचारी की समस्या जानने पहुंचा। अब ग्रामीणों के द्वारा इसकी सूचना तेजगढ़ थाना पुलिस को दी है और पुलिस मौके पर पहुंचकर इस कर्मचारी को नीचे उतारने में जुटी रही।