Jabalpur. मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में एक और बवाल मचा हुआ है। दरअसल एक दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी ने विश्वविद्याल की पुरानी बिल्डिंग में रखी कई टन रद्दी चुपचाप बेच डाली। अब सवाल यह उठ रहा है कि पुरानी बिल्डिंग में रखी रद्दी में कुछ जरूरी दस्तावेज तो नहीं थे। मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन हरकत में आया और मामले की जांच बैठाते हुए पुलिस को भी शिकायत सौंपी है।
- यह भी पढ़ें
नशे का आदी है कर्मचारी
जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज कैंपस में मौजूद यूनिवर्सिटी के पुराने भवन में अभी भी काफी सामान रखा हुआ है। इसमें कुछ कागजात और पुराने न्यूज पेपर शामिल हैं। विश्वविद्यालय के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी की नजर लंबे समय से थी। पुराने भवन से अक्सर वह रद्दी बेचकर वह अपने नशे की लत को पूरा कर रहा था। यह काम वह कब से कर रहा था, इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है। मामले का खुलासा होने के बाद छात्र संगठनों ने फिर विश्वविद्यालय प्रबंधन की लापरवाही पर निशाना साधा है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि पुरानी बिल्डिंग में कई गोपनीय दस्तावेज भी मौजूद थे, अब यदि वे दस्तावेज रद्दी में बिक गए होंगे तो विश्वविद्यालय प्रबंधन अब क्या करेगा? छात्र संगठनों ने पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
इधर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ पुष्पराज सिंह बघेल ने बताया कि उक्त दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी द्वारा रद्दी बेचे जाने की बात सामने आने के बाद एक जांच कमेटी बनाई गई है, इसके अलावा पुलिस को शिकायत भी दी गई है।
26 मई से होने वाली नर्सिंग परीक्षाएं स्थगित
इधर मध्यप्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने 26 मई से होने वाली बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। विश्वविद्यालय ने 18 अप्रैल को परीक्षाओं की समय सारिणी घोषित कर दी थी। विश्वविद्यालय ने लीगल ओपिनियन लेने के बाद यह निर्णय लिया है। दरअसल 2019-20 और सत्र 2020-21 में कॉलेजों की संबद्धता से जुड़े मामलों में गड़बड़ी को लेकर जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने परीक्षाओं पर फौरी तौर पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। मामले को लेकर कुलसचिव डॉ पुष्पराज सिंह बघेल ने बताया कि 26 मई से होने वाली परीक्षा सत्र 2019-20 की हैं। न्यायालय के आदेश का अध्ययन करने के बाद यह बात सामने आई की परिक्षाओं पर रोक का निर्देश सत्र 2019-20 के लिए भी है। मामले में लीगल ओपिनियन लेने के बाद परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। इस मामले को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। सत्र 2018-19 की परीक्षाएं विधिवत जारी हैं।