Damoh. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में वधु को दी गई सामग्री में गड़बड़ी की शिकायत होने पर जांच के बाद सागर कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने दमोह जिले के पथरिया जनपद सीईओ आशीष अग्रवाल को निलंबित कर दिया है। इसी के विरोध में गुरूवार को जनपद के सभी कर्मचारी संगठन एवं सचिव, रोजगार सहायक, अधिकारी, कर्मचारियों ने एकजुट होकर निलंबित जनपद सीईओ की बहाली की मांग करते हुए पथरिया एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
कर्मचारियों द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि पथरिया जनपद सीईओ आशीष अग्रवाल को तत्काल बहाल कर पथरिया में पुनः पदस्थ किया जाए। नौ दिसंबर को हुए मुख्यमंत्री विवाह निकाह कन्या योजना के तहत वधु को अमानक सामग्री वितरित किए जाने के आरोप में सागर कमिश्नर द्वारा सीईओ निलंबित किया गया है। सचिव संगठन के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि विवाह की सामग्री क्रय किए जाने के लिए जिला स्तरीय क्रय समिति द्वारा प्रस्तुत सैंपल पास किए गए थे एवं जिला द्वारा निर्धारित फर्म से ही विवाह सामग्री खरीद कर जोड़ों को वितरित की गई थी।
कर्मचारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह सम्मेलन पथरिया में समस्त जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सामग्री का वितरण किया गया था एवं कार्यक्रम में उपस्थित किसी भी जनप्रतिनिधि, वर-वधू द्वारा सामग्री की गुणवत्ता के संबंध में कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी और सामग्री की जवाबदारी जिला स्तरीय समिति की है। जिसके बाद मात्र मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पथरिया को निलंबित किया जाना उचित नहीं है।
ज्ञापन सौंपते हुए सभी ने तत्काल बहाली एवं यथास्थान पदस्थापना की मांग की है। साथ ही जनपद सीईओ आशीष अग्रवाल को निलंबित किए जाने के विरोध में सभी कर्मचारी, अधिकारी सचिव, ग्राम रोजगार सहायकों ने 22 और 23 दिसंबर को सामूहिक अवकाश रहने संबंधी ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि यदि जनपद सीईओ की बहाली तीन दिवस के अंदर यथा स्थान पर नहीं की जाती तो सभी अधिकारी, कर्मचारी, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक कलम बंद, कार्यालय बंद हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे और यदि ऐसा होता है तो इसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी।