indore.प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर द्वारा सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में वर्ग विशेष के लोगों द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण का मुद्दा उठाने के बाद मंगलवार को दिन भर
प्रशासनिक हलचल मची रही । औद्योगिक संगठन के पदाधिकारियों ने भी कलेक्टर मनीष सिंह से मिलकर इस संबंध में ज्ञापन दिया। उसके बाद तुरत-फुरत तहसीलदार मौका-मुआयना
करने भेज दिए गए।
दो दिन पहले मंत्री उषा ठाकुर ने उद्योग विभाग के कार्यक्रम में कहा था कि सांवेर रोड पर वर्ग विशेष के लोगों द्वारा अतिक्रमण किए जा रहे हैं वे आगे जाकर दुखों का कारण
बनेंगे । उन्होंने मंच से ही एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष योगेश मेहता व अन्य को नाम लेकर कहा था कि वे इस पर ध्यान दें। उसके अगले दिन एसोसिएशन के पदाधिकारी कलेक्टर
से मिले और ज्ञापन देकर कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में कतिपय बांग्लादेशी आ गए हैं, उन्हें हटवा दीजिए। उसके तुरंत बाद कलेक्टर ने संबंधित तहसीलदार को जांच के आदेश दिए थे।
मामले की जांच शुरू
कलेक्टर के आदेश के बाद मंगलवार सुबह ही तहसीलदार ने सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र का दौरा किया और जिस क्षेत्र से अतिक्रमण की शिकायतें आईं थीं वहां का सर्वे किया। एसडीएम मुनीष सिकरवार
ने भी एसो. के अध्यक्ष प्रमोद डफरिया से चर्चा कर स्थिति की जानकारी ली। संभावना है कि जल्दी ही यहां कार्रवाई होगी।
करीब ढाई सौ हैं
सबसे ज्यादा अतिक्रमण ई सेक्टर में हैं। वैसे पूरे क्षेत्र में ही करीब ढाई सौ कच्चे-पक्के निर्माण कर लिए गए हैं। इनकी संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। इसके अलावा प्रस्तावित कन्वेन्शन सेंटर के आसपास भी
अतिक्रमण बढ़ते जा रहे हैं। तहसीलदार को वो भी दिखाए गए।
तीन हजार इंडस्ट्री
एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री में दो हजार से ज्यादा सदस्य हैं। इसमें सांवेर रोड के अलावा पोलोग्राउंड, पालदा औद्योगिक क्षेत्र, रामबली नगर आदि के उद्योगपति शामिल हैं। सभी क्षेत्र में मिलाकर छोटे-बड़े
लगभग तीन हजार उद्योग हैं जो हर साल सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व देते हैं ।