JABALPUR. जबलपुर में ईओडब्ल्यू ने पूर्व बिशप पीसी सिंह द्वारा किए गए करोड़ों के फर्जीवाड़े की विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार करना शुरू कर दिया है। इस विस्तृत जांच रिपोर्ट को एकदम पुख्ता बनाने के लिए अब तक की गई जांच में पाए गए सभी तथ्य शामिल किए जा रहे हैं। रिपोर्ट में पीसी सिंह के साथ-साथ बेटे पीयूषपाल और करीबी सुरेश जैकब के खिलाफ जुटाए गए सभी तथ्य शामिल किए जाएंगे। ईओडब्ल्यू की टीम अब तक कार्रवाई और जब्त दस्तावेजों को रिपोर्ट में नत्थी कर रही है। तैयार रिपोर्ट को ईओडब्ल्यू मुख्यालय भोपाल भेजा जाएगा। जिसकी समीक्षा एडीजीपी स्वयं करेंगे। मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद ही न्यायालय में चालान पेश किया जाएगा।
शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी चिट्ठी
ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर पूर्व बिशप को सरकारी कर्मचारी माना है। उसके खिलाफ दर्ज मामले में आय से अधिक संपत्ति की धाराएं बढ़ाई जानी है। इसके लिए ईओडब्ल्यू शिक्षा विभाग को एक पत्र भेजेगा। पत्र में बिशप पीसी सिंह के खिलाफ दर्ज मामले की पूरी जानकारी होगी। जिसके आधार पर शिक्षा विभाग से भी मामले में चालान पेश करने की अनुमति ली जाएगी। बताया जा रहा है कि जल्द ही ये प्रक्रिया पूर्ण कर ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा मामले में चालान पेश किया जाएगा।
90 दिन के भीतर पेश होना है चालान
जानकारों की मानें तो पूर्व बिशप पीसी सिंह, उसका बेटा पीयूषपाल और करीबी सुरेश जैकब अभी जेल में बंद है। इसलिए ईओडब्ल्यू को नियमानुसार इस प्रकरण में 90 दिनों के भीतर न्यायालय में चालान पेश करना पड़ेगा। हालांकि ईओडब्ल्यू की टीम का कहना है कि इस प्रकरण में सीआरपीसी की धारा 173(8) में चालान पेश किया जाएगा। इसके बाद भी ईओडब्ल्यू की टीम मामले की जांच जारी रखेगी। ईओडब्ल्यू की टीम ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जिसके तहत अब तक पूर्व बिशप पीसी सिंह द्वारा किए गए जो भी फर्जीवाड़े उजागर हुए हैं, उन्हें तथ्यों एवं साक्ष्यों के साथ चार्जशीट में शामिल किया जाएगा।