Jabalpur. जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के छात्रों का परीक्षा परिणाम निजी फर्म के गलती के कारण अटक गया है। दरअसल पहले यह काम जिस फर्म द्वारा किया जाता था उसे हटाकर दिल्ली की एक फर्म को यह जिम्मेदारी दे दी गई। अनुबंध के तहत पुरानी फर्म को डाटा काम छोड़ने से पहले सौंप देना था, लेकिन उसने आधा-अधूरा डाटा ही नई फर्म को दिया। जिससे विद्यार्थियों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। दरअसल किसी विद्यार्थी के थ्योरी के मार्क्स गायब हैं तो किसी के प्रैक्टिकल के अंक चढ़ नहीं पाए हैं। जिससे करीब 4 हजार छात्रों का रिजल्ट रुका हुआ है।
फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट ज्यादा
आरडीयू के अंतर्गत आने वाले जबलपुर समेत संभाग के कई जिलों के छात्रों पर इसका असर पड़ रहा है। सबसे ज्यादा फर्स्ट ईयर के विद्यार्थी इस गफलत का शिकार हुए हैं। हालांकि सेंकेंड ईयर और फाइनल ईयर के कुछ छात्रों का रिजल्ट भी इस वजह से रुका है। छात्र अब विश्वविद्यालय के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई भी उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहा है।
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अनुभवहीन है नई एजेंसी
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बार परीक्षा परिणाम जारी करने और मार्कशीट बनाने के लिए दिल्ली की एजेंसी को नियुक्त किया है। एजेंसी को ज्यादा अनुभवन नहीं होने के कारण छात्रों के मार्क्स, इनरोलमेंट, पूर्व परीक्षाओं के अंक आदि में कई तरह की तकनीकी गलती की गई है। जिसके कारण छात्रों का रिजल्ट तैयार नहीं हो पा रहा है।
विश्वविद्यालय की परीक्षा नियंत्रक डॉ रश्मि टंडन ने बताया कि तकनीकी समस्या, कॉलेजों की लापरवाही के कारण छात्रों के रिजल्ट रुके हुए हैं। इस मामले में फर्म को नोटिस दिया गया है। हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। हमने अलग से कुछ टैब्यूलेटर को लगाया है ताकि परिणाम जारी किए जा सकें।