कमलेश सारडा, NEEMUCH. बेमौसम बारिश के चलते जहां सोयाबीन की फसल पूरी तरह से नष्ट होने के बाद अन्नदाता किसान बीमा कंपनी और शासन से मुआवजे की बांट जोह रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ रतनगढ़ सहित देहपूर, नीमकाखेड़ा, आलौरी गरवाड़ा, बधावा, कस्मारिया, लुहारिया जाट, ऊमर, कांकरिया तलाई आदि ग्रामीण क्षेत्रों में सोसाइटी में किसानों को नगद राशि देने पर भी खाद नहीं दिया जा रहा है।
ब्याज माफी की आस में डिफाल्टर किसानों को खाद नहीं
नीमच के किसान कल्याण तथा कृषि विकास अधिकारी उपसंचालक दिनेश मंडलोई के आदेशानुसार किसानों के लिए जिला विपणन संघ डबल लॉक केंद्र नीमच म.प्र.स्टेट एग्रो कृषि उपज मंडी प्रांगण गायत्री ट्रेडिंग कंपनी के पास नीमच डबल लॉक केंद्र मंडी प्रांगण जावद एवं डबल लॉक केंद्र सावन कुंड सांची पार्लर के पास मनासा आदि केंद्रों को नगद खाद वितरण के लिए निर्धारित किया गया है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की ब्याज माफी की आस में डिफाल्टर हो चुके हजारों किसानों को नकद राशि देने पर भी खाद नहीं दिया जा रहा है।
सोसाइटी प्रबंधक दे रहे उच्च अधिकारियों के आदेश का हवाला
सोसाइटी के प्रबंधक गोदाम में यूरिया और डीएपी खाद का पर्याप्त स्टॉक होने के बाद भी उच्चाधिकारियों का आदेश नहीं होने का हवाला देकर किसानों को नगद में खाद नहीं दिया जा रहा है। पिछले साल सभी सोसाइटी में किसानों को आधार कार्ड और पावती के जरिए नगद खाद विक्रय किया गया था। तो फिर इस साल खाद वितरण पर रोक लगाना कहीं ना कहीं विभागीय अधिकारियों का खाद की कालाबाजारी करने वालों से सांठगांठ को दर्शा रहा है।
बाजार से महंगे दामों में खाद खरीदने को मजबूर किसान
मुख्यमंत्री ने सभी डिफाल्टर किसानों के ब्याज माफी की घोषणा बहुत समय पहले ही कर है। लेकिन अभी तक उक्त घोषणा के क्रियान्वयन का लेटर नहीं आने एवं उच्चाधिकारियों से आदेश नहीं होने के कारण सोसाइटी प्रबंधक खाद देने से इनकार कर रहे हैं। किसानों को अच्छी उपज के लिए बाजार से बहुत ही महंगे दामों में खाद खरीदना पड़ रहा है। रतनगढ़ क्षेत्र के हजारों किसानों ने नीमच के कलेक्टर से रतनगढ़ में डबल लॉक केंद्र खोलने और जल्द ही खाद उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है।