योगेश राठौर, INDORE. मध्यप्रदेश में बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की हालत खराब कर दी है। हालांकि सीएम ने घोषणा की है कि 50 फीसदी से अधिक फसल खराब होने पर 32 हजार प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन किसानों ने फसल बर्बाद होने पर तत्काल प्रभाव से राज्य सरकार से 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा राशि देने की मांग की है। इसके साथ ही किसानों पर सोसाइटी के कर्ज भरने की तारीख भी 28 मार्च से बढ़ाकर 31 मई करने, रंगविहीन गेंहू भी समर्थन मूल्य पर खरीदने जैसी मांग की है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने की तत्काल मुआवजे की मांग
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने कहा कि चना, सरसों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। संतरा, लहसुन, धनिया, मसूर, इसबगोल, अलसी की फसल भी प्रभावित हुई है। इंदौर सहित मालवा-निमाड़ में हो रही हल्की बारिश के बाद हाल ही में हो रही बारिश और ओलावृष्टि से सांवेर, देपालपुर, गौतमपुरा और आसपास की गेहूं की फसलें खराब हुई हैं। यहां बीते 1-2 दिन में दाने बराबर ओले गिरे और बारिश हुई जिसके चलते गेहूं का रंग फीका होने के साथ उसकी गुणवत्ता में भी गिरावट आई है। बारिश और ओलावृष्टि से 20 से लेकर 80 प्रतिशत तक फसलें बर्बाद हो गई हैं। जहां उपज को नुकसान हुआ है वहां गेहूं का रंग भी फीका पड़ जाएगा। मुख्यमंत्री ने सर्वे की घोषणा जरूर की है, लेकिन जो हालात हैं उसमें सर्वे की कोई जरूरत नहीं है। बल्कि तत्काल मुआवजा राशि किसानों के खातों में डाली जानी चाहिए।
इंदौर जिले में इन गांवों में हुई हालत खराब
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने बताया कि इंदौर के आसपास देपालपुर, बैगन्दा, चांदैर, छोटी कलमैर, सगडोद, बड़ोली, पिपलोदा, आगरा और सुनाला में फसलें काफी प्रभावित हुईं। देपालपुर के आसपास 8 से 10 किलोमीटर के गांवों में ओलावृष्टि और बारिश से गेहूं की फसलें खराब हो गई हैं। किसानों को अब चिंता है कि अब इनके ऊंचे दाम नहीं मिल सकेंगे, सांवेर में भी गेहूं खराब हो गया। फसल कटने के दौरान गेहूं में जो चमक रहती है, वो अब नहीं रही। दूसरी ओर गौतमपुरा और आसपास की फसलों पर भी इसका असर पड़ा है। इंदौर, बेटमा, सांवेर तहसील सहित अन्य दूसरे गांवों की फसलें भी खराब हुई हैं।
सीएम शिवराज का बड़ा ऐलान
सीएम शिवराज ने कहा कि ओलावृष्टि और असमय बारिश से फसलों के 50 प्रतिशत से ज्यादा के नुकसान पर किसानों को प्रति हेक्टेयर अब 32 हजार रुपए की राहत राशि दी जाएगी। फसल बीमा की राशि अलग से दी जाएगी। उन्होंने उद्यानिकी फसलों (कई तरह के फल) को भी सर्वे में शामिल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। सीएम की घोषणा के मुताबिक, गाय-भैंस को हानि पर 37 हजार, भेड़-बकरी के नुकसान पर 4000, और मुर्गा-मुर्गी की हानि पर 100 रुपए प्रत्येक के मान से राहत राशि दी जाएगी। मकानों की क्षति पर भी सहायता दी जाएगी।
किसान बिल्कुल परेशान ना हों- सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान बिल्कुल भी परेशान नहीं हों, पीड़ित किसानों की कर्ज वसूली की तारीख तो बढ़ाई ही जाएगी, ब्याज भी सरकार ही भरेगी और अगली फसल के लिए भी शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन दिलाया जाएगा। समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए तारीख भी बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ित परिवारों की बेटी की शादी भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 56 हजार की राशि देकर करवाई जाएगी।
25 मार्च से होना है समर्थन मूल्य पर खरीदी
किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन का कार्य 25 मार्च से प्रारंभ किया जाएगा। किसानों से अच्छी गुणवत्ता (एफएक्यू) के गेहूं का समर्थन मूल्य 2 हजार 125 रुपए प्रति क्विंटल से खरीदा जाएगा। समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन 25 मार्च से 10 मई तक किया जाएगा। निर्धारित खरीदी केन्द्रों पर किसान अपनी फसल बेच सकेंगे। इसके लिए मंगलवार 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो रही है। इंदौर जिले में गेहूं खरीदी के लिए 97 केन्द्र बनाए गए हैं। जिले में इस वर्ष गेहूं बेचने के लिए 34 हजार 200 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है।
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वेबसाइट पर स्लॉट बुकिंग शुरू
जिला आपूर्ति नियंत्रक एम.एल. मारु ने बताया कि सोमवार से शुक्रवार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही तौल पर्ची शाम 6 बजे तक जारी की जाएगी। जिन किसानों की उपज की तौल किसी कारण से सोमवार से शुक्रवार के बीच निर्धारित दिवस को नहीं हो सकेगी, उनकी तौल शनिवार को की जाएगी। शनिवार और रविवार को शेष फसल का परिवहन, भंडारण, लेखा का मिलान और अस्वीकृत स्कंध की अपग्रेडेशन की जाएगी। किसानों द्वारा फसल विक्रय के लिए 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग वेबसाइट www.mpeuparjan.nic.in पर की जा सकेगी। इस लिंक की जानकारी एसएमएस के माध्यम से किसान के मोबाइल पर भेजी जाएगी। ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत, सत्यापित किसान स्वयं के मोबाइल, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केन्द्र, इंटरनेट कैफे तथा उपार्जन केन्द्र से स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं। स्लॉट बुकिंग के लिए किसान के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा। पोर्टल पर प्रदर्शित बैंक खाता, आईएफएससी त्रुटिपूर्ण होने अथवा अन्य कारणों से किसान द्वारा अन्य बैंक खाते में भुगतान चाहे जाने पर किसान को अपना नवीन बैंक खाता आधार से लिंक कराना होगा, जिसके बाद ही स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी।