संजय गुप्ता, INDORE. 7 साल के मासूम बेटे को मारने वाला जल्लाद क्रूर पिता शशिकांत मुंडे पुलिस की पकड़ में आ गया है। साथ ही उसकी पत्नी को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। दोनों पर ही हत्या के केस दर्ज किया गया है। तेजाजी नगर पुलिस ने खुलासा किया है कि पिता ने दादा-दादी के पास सो रहे बेटे को कूलर की ठंडी हवा में सोने का लालच दिया और अपने साथ ऊपर कमरे में ले गया, वहां थोड़ी देर उसके साथ खेला, फिर टीवी की आवाज तेज कर दी ताकि बच्चे की आवाज नीचे नहीं जाए। इसके बाद मोबाइल ऑन कर दिया, फिर गला घोंटने लगा, इसका पूरे साढे़ 4 मिनट का वीडियो बनाया और पत्नी पायल को भेजा।
मारते हुए बेटे को यह बोला क्रूर पाप
मुंडे ने मर चुकी पहली पत्नी के 7 साल के बेटे का गला घोट दिया। मारते वक्त तड़पते बेटे को कहता रहा, तुझे मारना नहीं चाहता, लेकिन मेरी मजबूरी है..। आरोपी ने पूरे घटनाक्रम का लाइव वीडियो बनाया और मायके में रह रही पत्नी पायल को भेज दिया। पुलिस ने मोबाइल को जब्त किया है। आरोपी और उसकी पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। TI आरडी कानवा को पूछताछ में उसने कबूल किया है कि पत्नी ने मोबाइल पर बातचीत के दौरान उकसाया था। हत्यारा पिता अपनी तीसरी पत्नी से इस कदर प्रभावित था कि तकिए से लेकर कमरे के हर कोने में उसकी तस्वीर लगाई थी। घटना के बाद पुलिस ने कमरा सील कर दिया। मासूम 7 साल का प्रतीक हत्यारे की पहली पत्नी अंजली का बेटा था। 4 साल पहले अंजली की मौत हो गई थी। दूसरी शादी टूटने के बाद उसने पायल से तीसरी शादी की थी।
वारदात के बाद गहने बेचने ढाबा गया था
वारदात के बाद फरार होने के लिए उसे पैसे की जरूरत थी। उसने सोने की अंगूठी, गले में लॉकेट और कान में सोने की बाली पहनी थी। इसे बेचने के लिए वह ढाबे पर पहुंचा था। यहां पुलिस ने आरोपी के फोटो पहले से चस्पा किए थे। ढाबे पर बैठे एक व्यक्ति ने शशिकांत को पहचान लिया। उसने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस पहुंचने तक खबर देने वाले ने आरोपी को बातों में उलझा कर रखा। उससे अंगूठी, लॉकेट और बाली का मोलभाव करने लगा। कुछ देर बाद पहुंची पुलिस ने मौके से आरोपी को दबोच लिया।
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पंखे से लटककर जान देने की भी सोची
घटना के बाद दुखी होने पर उनसे पंखे में रस्सी बांधकर जान देने की कोशिश की, लेकिन बच गया। उधर उसके द्वारा पायल को भेजा गया वीडियो उसकी पत्नी तक पहुंच नहीं पाया। क्योंकि रात में हुए विवाद के बाद पायल ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया था। दादी कृष्णाबाई ने पुलिस को बताया कि रात में उसने शशिकांत को पत्नी पायल से बात करते हुए सुना था। वह पत्नी से बात करते-करते घर के बाहर घूमने निकल गया। थोड़ी देर बाद वापस आया और वह भी उसी कमरे में सोने के लिए चला गया। कृष्णा बाई ने कहा कि वह क्या बात कर रहा था यह मुझे नहीं पता। दोनों के बीच बातें होती थी। बेटा शशि कांत अकसर बाहर जाकर ही बात करता था।
सिपाही मामा बोला- पता होता तो प्रतीक को हम रख लेते
प्रतीक का मामा शुभम 15वीं बटालियन में सिपाही है। उसने बताया कि प्रतीक कुछ दिन पहले घर आया था। कुछ दिन साथ रहा, फिर बोला- दादा-दादी की याद आ रही है। मैं उसे लिंबोदी छोड़ आया। पता नहीं था कि ऐसी अनहोनी हो जाएगी, वरना प्रतीक को रख लेते।
नर्मदा में समाहित होने का लिखा, रात में पकड़ा गया
बच्चे की हत्या के पहले दिन में भी दरिंदे ने टूटे-फूटे शब्दों में पत्र लिखा। हत्या के बाद भी 4 पेज का पत्र लिखा। इसमें तीसरी पत्नी की हरकतें, दबाव बनाने की बातें लिखी। आखिर में लिखा, बेटे की हत्या के बाद नर्मदा में समाहित होने जा रहा हूं। उसने पायल के पोस्टर पूरे घर में लगा रखे थे।
पत्नी को भी बनाया आरोपी, उम्रकैद के बराबर सजा
7 साल के बच्चे प्रतीक की मौत में पुलिस ने पायल मुंडे निवासी नादानपुर (शाजापुर) को भी आरोपी बनाया है। उसे धारा 109 के चलते आरोपी बनाया गया है। जिसमें उम्र कैद का प्रावधान है। अफसरों की मानें तो पायल भी शशिकांत के बराबर ही इस जुर्म में भागीदार है। देर रात को पुलिस टीम ने उसे भी उसके गांव से हिरासत में ले लिया है।