संजय गुप्ता, यागेश राठौर, INDORE. 17वें प्रवासी भारतीय दिवस के समापन दिवस पर हुए एक सत्र में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत के विकास और भविष्य की जानकारी देने के साथ ही बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से क्या सीखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम धन्यवाद करते हैं पीएम मोदी का जिन्होंने इस तरह का नेतृत्व प्रदान किया, स्थिरता दी है। उनके विजन के साथ ही बिना रूके-थके काम करने की शैली सीखने वाली बात है। उनके कारण आज भारत में भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी सरकार मौजूद है।
बैंगलुरू की आउटर रिंग रोड पर रहते हैं 70 हजार सेमी कंडक्टर इंजीनियर
वित्तमंत्री ने कहा कि आने वाले 25 साल में भारत दुनिया का नॉलेज हब होगा। उन्होंने आंकड़ों के साथ बात रखते हुए कहा कि मैं ऐसे ही यह बात नहीं कह रही हूं, आईटी सेक्टर, सेमी कडंक्टर सेक्टर, कैशलेस पेमेंट, सॉफ्टवेयर इंजीनियर इन सभी के आंकड़े बताते हैं कि आज हर जगह भारतीय छाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में छह-सात लाख सेमी कंडक्टर इंजीनियर है और इसमें एक लाख से ज्यादा भारतीय है। 50 से 70 हजार इंजीनियर तो बैंगलुरू के आउटर रिंग रोड पर ही रहते हैं।
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चार आई पर रहेगा हमारा फोकस
वित्तमंत्री ने कहा कि आने वाले 25 सालों में हमारा फोकस चार आई पर है। ये हैं इनंफ्रास्ट्रक्चर, इन्वेस्टमेंट, इनोवेशन और इन्क्यूसिव (समावेशी- सभी को मिलाकर)। इन सभी से भारत आने वाले समय में नॉलेज हब बनेगा। आज इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए जो ड्राइवर लैस व्हीकल को लेकर जो कोड बनते हैं, इसमें 35 फीसदी भारतीय बनाते हैं। यूपीई पेमेंट साल 2022 में 135 लाख करोड़ रुपए का हुआ है। आज 58 ग्लोबल कंपनी के हेड भारतीय है। हर साल 20 लाख लोग मेडिकल टूरिज्म के लिए भारत आते हैं।
चाइना, यूरोपीय यूनियन के बाहर भारत ही हब
वित्तमंत्री ने कहा कि जो चाइना से बाहर जाना चाहता है या यूरोपियन यूनियन से मैनुफैक्चरिंग के लिए बाहर जाना चाहता है, उनके लिए यह स्थान भारत ही है। आने वाले समय में भारत मैनुफैक्चरिंग के लिए एक बेहतर डेस्टीनेशन विकल्प बनने जा रहा है।
हम प्राचीन काल से विश्व गुरू: धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय स्किल डेवलपमेंट और इंटरप्रेन्योर मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि चौथी सदी में ही उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने ग्रहों की गणना कर दी थी। मां अहिल्या ने गुड गवर्नेंस का उदाहरण पेश किया था। भारत प्रचीन काल से ही विश्वगुरु था। अब हम फिर से इंटलेक्चुअल ताकत से विश्व गुरू बनेंगे।
अब हम देते हैं दुनिया को अनाज
प्रधान ने कहा कि कोरोना के समय हम पीपीई किट नहीं बनाते थे, आज हम इसके एक्सपोर्टर बन गए। पहले हमें गेहूं खरीदना पड़ता था, अमेरिका सड़े गेहूं भेजता था, लेकिन अब हम एक्सपोर्ट करते हैं। कोरोना के समय 140 में से 40 देशों को मुफ्त में दवा सप्लाई की, ये भी भारत की ताकत है।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू इंदौर पहुंची, दोपहर साढ़े तीन बजे होगा समापन समारोह
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू सुबह पौने 12 बजे इंदौर पहुंची। राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, इंदौर के प्रभारी एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी ने स्वागत किया। दोपहर साढ़े तीन बजे से समपान समारोह होगा, जिसमें राष्ट्रपति 27 लोगों को प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित करेंगी, सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी संबोधित करेंगे।
ग्लोबल गार्डन में लगाए गए हैं पौधे
मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीय दिवस के सम्मेलन में इंदौर पधारे विभिन्न देशों के प्रवासी भारतीयों के साथ 10 जनवरी, मंगलवार को नमो ग्लोबल गार्डन, इंदौर में रुद्राक्ष का पौधा रोपा। प्रवासी भारतीयों द्वारा रोपे गए पौधे की जियो टैगिंग कर उन्हें बारकोड भी प्रदान किए गए। इस बारकोड के माध्यम से प्रवासी भारतीय रोपे गए पौधों की समुचित देखरेख की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।