प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया में गुरुवार, 7 अक्टूबर को आग लग गई। हमीदिया की निर्माणाधीन बिल्डिंग एच 1 में लगी थी। इस ब्लॉक के फर्स्ट फ्लोर पर ठेकेदार कंपनी मेसर्स क्यूब कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग लिमिटेड का दफ्तर है। इसी फ्लोर पर कंपनी के स्टोर में आग लगी थी। स्टोर में एतबीएससी डक्टिंग का रबर इंसुलेशन मटेरियल और थर्माकॉल इंसुलेशन मटेरियल रखा था। जिसमें सुबह साढ़े 11 बजे अचानक आग लग गई। ज्वलनशील पदार्थ होने की वजह से तेजी से धुआं उठा। सूचना मिलने पर 15 मिनट में ही फायर ब्रिगेड का अमला मौके पर पहुंच गया। 30 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
बड़ा हादसा टला
निर्माणाधीन एच 1 ब्लॉक में ही प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट (पीआईयू) का दफ्तर भी है। समय रहते आग पर काबू नहीं होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन ठेकेदार कंपनी की गंभीर लापरवाही उजागर हो गई है। बिल्डिंग में फायर फाइटर सिस्टम भी लगा हुआ था, लेकिन प्रोजेक्ट इंजीनियर दीपक असाटी का कहना है कि काम चल रहा है इसलिए सिस्टम चालू नहीं है। काम पूरा होने के बाद टेस्टिंग होगी, जिसके बाद सिस्टम चालू होगा। आग लगने की वजह किसी के बीड़ी या सिगरेट पीकर फेंकना बताई जा रही है। बिल्डिंग में शॉर्ट सर्किट नहीं हुआ था।