बाढ़ से अब भी लोग बेहाल: कई ट्रेनें प्रभावित, रेस्क्यू में जुटीं एयरफोर्स-NDRF की टीमें

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बाढ़ से अब भी लोग बेहाल: कई ट्रेनें प्रभावित, रेस्क्यू में जुटीं एयरफोर्स-NDRF की टीमें

मध्यप्रदेश में बाढ़ के कारण ग्वालियर-चंबल संभाग में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेश के करीब 1171 गांव बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ की विभीषिका के कारण कल से सेना रेस्क्यू का मोर्चा संभालेंगी। शिवपुरी बाढ़ का केंद्र बना हुआ है। सिंध और मोहनी नदी में बाढ़ के कारण शिवपुरी के ग्रामीण अंचलों में लगभग 2000 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की खबर है। कई लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया है। सीएम शिवराज ने कहा कि खतरा बढ़ा है। बाढ़ से निपटने के लिए सेना की मदद ली जाएगी। इसके अलावा दतिया के करीब 50 से ज्यादा गांवों में लोग फंसे हुए है। बाढ़ के कारण शिवपुरी से ग्वालियर, ग्वालियर से श्योपुर और ग्वालियर से इंदरगढ़ के सभी रास्ते बंद हो गए है।

सिंध, कूनो, पार्वती नदियां उफान पर

मध्यप्रदेश में लगातार भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश की सिंध, कूनो, पार्वती नदियां उफान पर है। चंबल का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। मुरैना में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदियों में उफान के कारण डैम फुल होकर नई मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। सिंध नदी पर बने मड़ीखेड़ा डैम के 10 गेट खोलने के कारण दतिया, शिवपुरी समेत ग्वालियर अंचल में बाढ़ से भीषण हालत हो गए हैं। सिंध नदी का पानी मुसीबत बनता जा रहा है। मंगलवार को सुबह नदी में पानी के तेज बहाव के कारण दतिया जिले में सिंध नदी पर बने दो पुल टूटकर पानी के साथ बह गए।

दतिया में सिंध नदी पर बने दो पुल टूटे

मड़ीखेड़ा बांध के गेट खोलने के कारण दतिया में बना रतनगढ़ माता मंदिर का पुल टूटकर पानी के तेज बहाव में बह गया। इस पुल का निर्माण 2010 में हुआ था। ये दतिया से रतनगढ़ माता मंदिर को जोड़ता है। इसके अलावा सिंध नदी पर एक और पुल भी टूटकर बह गया है। ये पुल लांच से पिछोर को जोड़ता है।

मुरैना में चंबल खतरे के निशान से ऊपर

मुरैना में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। चंबल नदी का जलस्तर राजघाट पर 138.50 मीटर पर पहुंच गया है। इस कारण दो दर्जन से अधिक गांव पानी से घिर गए है। बीते 24 घंटे में चंबल का 10 मीटर पानी बढ़ा है। जिले के नैपरी सड़क पुल में दरार आने के कारण श्योपुर-शिवपुरी का सम्पर्क टूट गया है।

कई डैम के गेट खुले

राजगढ़ के कुंडालिया के 11 में से 2 एवं मोहनपुरा डैम के 17 में से 4 गेट खोल दिए गए हैं। इसी प्रकार गुना के गोपी कृष्ण डैम के 5 में से 2, बैतुल के पारसदोह डैम के 6 में से 1, पन्ना के पवाई डैम के 9 में से 3 गेट खोले गए हैं। विदिशा के संजय सागर डैम के 2 नंबर गेट खोल दिया है।

नर्मदा नदी का जलस्तर अभी सामान्य

नर्मदांचल और निमाड़ संभाग में कम बारिश के कारण अभी तक नर्मदा में उफान की स्थिति नहीं बनी है। इसी कारण इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध में जलस्तर सामान्य बना हुआ है। फिलहाल दोनों बांधों के गेट खुलने की कोई संभावना नहीं दिखाई दे रही है। पुनासा एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी ने बताया कि ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर 194.69 मीटर है। इसी तरह इंदिरा सागर डेम का जलस्तर 249.47 मीटर है। जलस्तर सामान्य होने से अभी गेट खुलने की संभावना नहीं है। लेकिन पिछले 24 घंटे में तवा डैम का जलस्तर 1.2 फीट बढ़ा है।

5 हेलीकॉप्टरों किए तैनात, लेकिन मौसम बना परेशानी

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए 5 हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया था। लेकिन वो खराब मौसम के कारण उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। हालांकि अधिकारी साइट पर मौजूद हैं और स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं।

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