मध्यप्रदेश में निजी अस्पताल ऐसे लगा रहे आयुष्मान योजना को पलीता, मरीज के अटेंडर के नाम पर भी निकाला जा रहा पैसा

author-image
Rahul Garhwal
एडिट
New Update
मध्यप्रदेश में निजी अस्पताल ऐसे लगा रहे आयुष्मान योजना को पलीता, मरीज के अटेंडर के नाम पर भी निकाला जा रहा पैसा

अंकुश मौर्य, BHOPAL. पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत निरामयम को मध्यप्रदेश में जमकर पलीता लगाया जा रहा है। प्रदेश के निजी अस्पताल योजना के तहत जमकर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। मरीज के साथ-साथ अटेंडर के नाम पर भी पैसा निकाला जा रहा है। यही वजह है कि प्रदेश के 300 से ज्यादा अस्पतालों के खिलाफ 1 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई हैं, लेकिन आयुष्मान निरामयम एमपी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर रहे है। यही वजह हैं कि फर्जीवाड़े पर रोक नहीं लग रही है। राजधानी में ही एक मरीज के इलाज के लिए दो-दो आयुष्मान कार्ड से पैसा निकाल लिया गया।



वीडियो देखें.. कैसे केंद्र की आयुष्मान योजना को मध्यप्रदेश में लगाया जा रहा पलीता



कान के इलाज के लिए भर्ती हुई थी विनिता जोशी



राजधानी के एमपी नगर जोन-2 में स्थित सिटी हॉस्पिटल है। जहां कान का इलाज कराने के लिए विनिता जोशी नाम की महिला को भर्ती कराया गया था। 26 दिसंबर 2022 को भर्ती हुई विनिता के परिजन को हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने बताया कि उनके इलाज में 72 हजार रुपए का खर्च आएगा। विनिता के पास आयुष्मान कार्ड था। परिजन ने कहा हॉस्पिटल मैनेजमेंट को बताया कि आयुष्मान में तो 5 लाख रुपए तक का इलाज फ्री में होता है। लिहाजा इलाज कर दिया जाए।



मरीज के अटेंडर के नाम पर निकाला पैसा



अस्पताल का मैनेजमेंट और आयुष्मान भारत का काम देखने वाले पीएस गुप्ता ने उन्हें बताया कि अकेले विनिता के आयुष्मान कार्ड पर उनका इलाज नहीं हो पाएगा। लिहाजा उनके भतीजे अभिषेक जोशी के आयुष्मान कार्ड की भी एंट्री कर दी गई। यानी अभिषेक को भी मरीज बता दिया गया। विनिता के दूसरे भतीजे प्रमोद जोशी ने बताया कि फर्जीवाड़ा करने के लिए अस्पताल के स्टाफ ने कुछ देर के लिए अभिषेक को भी आईसीयू में भर्ती रखा, उसके फोटो खींचे गए और आयुष्मान से उसके इलाज के नाम पर भी पैसा निकाल लिया गया। प्रमोद जोशी ने अभिषेक के मोबाइल पर आए मैसेज दिखाते हुए बताया कि करीब 1 लाख 25 हजार रुपए अभिषेक के नाम पर निकाले गए हैं। प्रमोद जोशी ने अस्पताल की करतूत की पोल खोली तो मैनेजमेंट ने बहाने बनाकर उसे टाल दिया।



मोतियाबिंद के एक ऑपरेशन में 2-2 कार्ड अप्लाई



सिटी हॉस्पिटल में भर्ती हुई विनिता जोशी के परिजन के ही साथ ऐसा नहीं किया गया था। बल्कि दूसरे मरीजों के परिजन के नाम पर भी पैसे निकाले गए। मोतियाबिंद के ऑपरेशन के नाम पर भी 2-2 कार्ड से अप्लाई किया गया और आयुष्मान योजना को पलीता लगाया गया।



जिम्मेदार कह रहे जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी



द सूत्र ने आयुष्मान भारत निरामयम एमपी की सीईओ अदिति गर्ग को मामले की जानकारी दी है। उनका कहना है कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। वहीं सिटी हॉस्पिटल के मैनेजर पीएस गुप्ता आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं।



283 अस्पतालों के खिलाफ 918 शिकायतें



सरकार को आयुष्मान योजना के नाम पर अवैध वसूली करने वाले 283 अस्पतालों के खिलाफ 918 शिकायतें मिली हैं। ये शिकायतें साल 2018 से दिसंबर 2022 तक की हैं। इनमें मरीजों से पैसे लेना और फर्जी बिल बनाकर आयुष्मान से भी पैसे निकालना, मरीजों को भर्ती किए बिना भर्ती चार्ज जोड़ना, जिन मरीजों को आईसीयू की जरूरत नहीं, उन्हें जबरन आईसीयू में रखना, महंगी दवाएं लिखकर बिल बढ़ाना, मरीजों के अस्पताल पहुंचे बिना उनके कार्ड लेकर रुपए निकाल लेना जैसे शिकायतें शामिल हैं। इनमें हैरानी की बात ये है कि सरकार ने 2 अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर की है और महज 120 अस्पतालों को शोकॉज नोटिस और जुर्माना लगाने की रस्म अदायगी की है।


Fraud in Ayushman Yojana in mp Fraud in Ayushman Yojana Ayushman Yojana in Madhya Pradesh 300 से ज्यादा अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मध्यप्रदेश में आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा मध्यप्रदेश में आयुष्मान योजना Complaint against more than 300 hospitals