UJJAIN. विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। संभावना है कि 15-16 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विस्तारीकरण के पहले चरण के कार्यों को हरी झंडी देने उज्जैन पहुंचने वाले हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के पहुंचने से पहले ही उनके नाम से ठगी करने वाले शातिर और बेखौफ ठग एक्टिव हो गए हैं। अलग-अलग व्यापारियों को मंदिर का पुजारी बताकर एक ही मोबाइल नंबर से कॉल कर पैसों की ऑनलाइन डिमांड करने लगे हैं। इस तरह की दो घटनाएं सामने आई हैं
पहले कॉल में यह हुई बातचीत
ठग ने 26 अप्रैल को किराना व्यापारी प्रभात बंसल जो कि प्रांजल ट्रेडर्स के नाम से व्यापार करते हैं। उनके पास मंदिर के वरिष्ठ आशीष पुजारी के नंबर से फोन आया कि मंदिर समिति को पीएम मोदी के आगमन के उपलक्ष्य में अधिक मात्रा में लड्डू प्रसाद सामग्री खरीदनी है। जो कि वर्तमान में टेंडर नहीं होने से सीधे ऑनलाइन बिड के माध्यम से आप से खाद्यान्न और ड्राई फ्रूट सामग्री लेना है।
ठग ने व्यापारी से उनकी फर्म के कागजात भी मांगे, तो व्यापारी ने मंदिर प्रबंध समिति के नाम से कागज तो उपलब्ध करा दिए, लेकिन 85000 रुपये ऑनलाइन बीड की अर्नेस्ट मनी के नाम से क्यूआर कोड के माध्यम से मांगे। व्यापारी ने क्यूआर कोड से 1 रुपये का भुगतान किया, लेकिन व्यापारी को शंका हुई तो व्यापारी ने मंदिर प्रबंध समिति से चर्चा की, और उस मोबाइल नंबर के बारे में बताया। इसके बाद मन्दिर समिति ने व्यापारी को ऐसे किसी भी कॉल से बचने के लिए कहा।
दूसरा कॉल में क्या हुई बातचीत
26 अप्रैल को ही इंदौर के एक एसी विक्रेता डीलर तुषार माहेश्वरी ने मंदिर समिति के फोन नंबर पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति ने खुद को आशीष पुजारी बताकर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 142 ऐसी खरीदने की बात कही है। एक फर्जी पत्र मंदिर समिति के नाम से दिखाया और रुपयों की मांग ऑनलाइन बिड कराने के लिए की गई। मंदिर समिति ने AC व्यापारी को भी ऐसे किसी भी कॉल से बचने के लिए कहा।
मंदिर प्रबंधन ने दर्ज कराई शिकायत
दोनों ही मामलों को गंभीरता से लेते हुए मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने थाना महाकाल को एक आवेदन लिख उक्त नंबर उपलब्ध करवाते हुए आरोपी की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही आवेदन में प्रशासक द्वारा बताया गया कि उज्जैन के तेज कुमार मंडीवाल नीवासी पटेल नगर से 45,885 और 8,110 रुपए की ठगी हो चुकी है.