चाइना का माल टिका रहा महिदपुरवाला फर्नीचर, हवाला के जरिए सौदे के राशि चाइना भेजने के मामले में आयकर सर्वे की जद में आई कंपनी 

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Vivek Sharma
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चाइना का माल टिका रहा महिदपुरवाला फर्नीचर, हवाला के जरिए सौदे के राशि चाइना भेजने के मामले में आयकर सर्वे की जद में आई कंपनी 

INDORE, संजय गुप्ता. इंदौर और प्रदेश के सबसे बड़े फर्नीचर कारोबारी में शुमार महिदपुरवाला फर्नीचर अपने ग्राहकों को चाइना का माल टिका रहा है। चाइना से बुलाए गए माल के बदले में सौदे की राशि हवाला के जरिए चाइना भेजी जा रही है। साथ ही नंबर दो में की गई कमाई का बड़ा हिस्सा रियल एस्टेट सेक्टर में लगाया जा रहा है। लंबे समय से आयकर विभाग की नजर इस ग्रुप पर थी, प्रारंभिक जानकारी जुटाने के बाद आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग ने यहां पर सर्वे की कार्रवाई की है। कार्रवाई इंदौर के सात और भोपाल में एक ठिकाने पर की जा रही है। कार्रवाई शनिवार देर शाम शुरू हुई और इसके बाद रविवार को फिर विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।



यहां पर हो रही कार्रवाई 



 व्यवसायी महिदपुरवाला के इंदौर और भोपाल में कुल आठ ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है। इसमें इंदौर में ओल्ड पलासिया और रिंग रोड स्थित शोरूम सहित कुल 7 स्थानों पर कार्रवाई को आयकर विभाग के करीब 40 अधिकारी और कर्मचारी पुलिस के 15 जवान साथ अंजाम दे रहे हैं।  एक ब्रांच भोपाल में है। मिसरोद (होशंगाबाद रोड) स्थित केपिटल मॉल में। यहां भी इंदौर की तरह प्रीमियम फर्नीचर, स्कूल फर्नीचर, बेड, डाइनिंग टेबल, वॉल यूनिट और होम फर्नीचर सहित कई प्रोडक्ट की रेंज है। 





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इस तरह हो रहा है खेल



कार्रवाई के दौरान जांच एजेंसियों के हाथ दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण लगे। इससे सामने आ रहा है कि महिदपुरवाला फर्नीचर इंदौर में चायनीज फर्नीचर कारोबार की बड़ी फर्म है। यहां 50 फीसदी कारोबार नंबर एक में दिखाने की बात सामने आई है तो बाकी कच्चे सौदों में हो रहा है। इस कच्चे सौदे की राशि हवाला के जरिए चाइना से फर्नीचर खरीदी में जाती है तो एक बडा हिस्सा रियल एस्टेट के सौदों 



चाइना के माल में भारी मार्जिन, इसलिए ग्रुप देता है भारी छूट



चाइना का माल काफी सस्ता पड़ता है, जिस पर पहले दाम के लिए महंगा टैग लगाया जाता है और फिर इस पर कभी 30 तो कभी 50 फीसदी छूट का ऑफर लांच किया जाता है। पुराने माल पर ज्यादा छूट देकर उसे आम ग्राहकों को टिका दिया जाता है। 



ग्रुप के विविध डायरेक्टरों के नाम चार कंपनियां



महिदपुर फर्नीचर कंपनी साल 1994 में रजिस्टर्ड हुई थी, इसमें  डायरेक्टर सैफी राजा, युनुस राजा और सकीना महिदपुरवाला है। कंपनी के डायरेक्टर सैफी राजा इस कंपनी के साथ ही श्री साई बिल्डइन्फ्रा प्रालि, मेकवेल डेवलपर्स प्रालि और मेहिद इंटरप्राइजेस प्रालि में भी डायरेक्टर है। सांई बिल्ड में राजा के साथ ही राजीव श्रीवास्तव डायरेक्टर है। वहीं मेकवेल में अब्बास अली बंदूकवाला डायरेक्टर है तो मेहिद में सैफी राजा के साथ युनुस राजा भी डायरेक्टर है। 



ट्रेड बेस्ड मनी लॉन्ड्रिंग (टीबीएमएल) का मामला 



जानकारों द्वारा बताया गया कि चाइना से माल खरीदी कर रुपए को चाइना भेजने का नया चलन ट्रेड बेस्ट मनी लॉन्ड्रिंग यानि टीबीएमएल का चल रहा है। जैसे यदि फर्नीचर की इनवाइस यदि एक करोड़ की बनी है तो हिंदुस्तानी कंपनियां डबल बिलिंग करवाकर 50 फीसदी पेमेंट ऑन द बुक्स करती हैं और 50 फीसदी पेमेंट ऑउट ऑफ द बुक्स। यह ऑफ द बुक्स यानि नंबर दो की राशि हवाला के जरिए पहुंचा दी जाती है। इसे डीआरआई की भाषा में ट्रेड बेस्ड मनी लॉन्ड्रिंग (टीबीएमएल) कहा जाता


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